नई दिल्ली: शिपिंग एवं सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी ने कल मुम्बई में बेल्जियम के उप प्रधानमंत्री श्री एलेक्जेंडर डी क्रू से भेंट की और बैठक के दौरान समु्द्री क्षेत्र से जुड़े द्विपक्षीय मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। श्री गडकरी ने सागरमाला परियोजनाओं, अंतर्देशीय जलमार्गों और औद्योगिक क्लस्टरों के विकास में बेल्जियम की कंपनियों की भागीदारी बढ़ाने का अनुरोध किया। उन्होंने भारत में तटीय शिपिंग, अंतर्देशीय जल परिवहन, समुद्री पर्यटन (क्रूज), नये बंदरगाहों के विकास, स्मार्ट पोर्ट से जुड़े औद्योगिक शहर और हरित बंदरगाहों के विकास में उपलब्ध असीम अवसरों के बारे में चर्चा की। श्री गडकरी ने बेल्जियम के प्रतिनिधिमंडल से समुद्री क्षेत्र में दोनों देशों के बीच पहले से ही जारी सहयोग में और वृद्धि करने का अनुरोध किया।
बेल्जियम के उप प्रधानमंत्री ने जेएनपीटी एंटवर्प पोर्ट प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना के लिए भारत सरकार द्वारा काफी तेजी से उठाये गये कदमों का स्मरण किया, जिसका कामकाज अब काफी अच्छे ढंग से चल रहा है। उन्होंने इस बात का आश्वासन दिया कि भारत में समुद्री क्षेत्र के विकास के लिए बेल्जियम अपनी ओर से पूर्ण सहयोग देगा। उन्होंने यह भी कहा कि बेल्जियम-लक्जमबर्ग आर्थिक संघ (बीएलईयू) की आगामी बैठक में इन मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की जा सकती है। यह बैठक मई 2017 में आयोजित की जायेगी। इसके अलावा बेल्जियम का एक और उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल नवंबर 2017 में भारत के दौरे पर आयेगा।
शिपिंग मंत्रालय में संयुक्त सचिव (सागरमाला) श्री रविन्द्र अग्रवाल, जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट के प्रभारी चेयरमैन श्री नीरज बंसल, भारत में बेल्जियम के राजदूत श्री जन लुइक्स, भारत में बेल्जियम के महावाणिज्य दूत श्री पीटर ह्यूजएबर्ट, एंटवर्प बंदरगाह के अध्यक्ष श्री मार्क वैन पील, एपीईसी एंड पीएआई के प्रबंध निर्देशक श्री क्रिस्टॉफ वाटरस्कूट, एंटवर्प बंदरगाह के वाणिज्यिक निदेशक श्री लुक आरनॉट्स, एंटवर्प बंदरगाह के मानद सीईओ बैरन श्री एडी ब्रूइनिक्स और फ्लैंडर्स इन्वेस्टमेंट एंड ट्रेड के व्यापार आयुक्त श्री जर्गेन मरचंद ने भी उपर्युक्त बैठक में शिरकत की।