नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली-एनसीआर के वायु प्रदूषण पर दीर्घकालिक एक्शन प्लान जल्द तैयार कर दिया जाएगा। बुधवार को इस बाबत फिर से एक बैठक होगी। फिलहाल दिल्ली में वायु प्रदूषण नियंत्रण में है, इसलिए ग्रेडिंग रिस्पांस सिस्टम के कुछ प्रावधानों में छूट भी दी जा सकती है।
पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) ने सोमवार को दिल्ली एनसीआर के वायु प्रदूषण पर समीक्षा बैठक रखी थी। इस बैठक में दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी भी मौजूद थे।
बैठक में मौजूदा हालात पर संतोष जताते हुए वायु प्रदूषण में सुधार के लिए दीर्घकालिक एक्शन प्लान पर भी लंबी चर्चा हुई। तय किया गया कि केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अतिरिक्त निदेशक प्रशांत गारगवा दिल्ली और ईपीसीए के प्रतिनिधियों संग बुधवार को एक बैठक करेंगे।
बैठक में तीनों की ओर से ही तैयार किए गए एक्शन प्लान को समग्र रूप दिया जाएगा। इसके बाद प्लान को उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान को भेज दिया जाएगा। वे स्थानीय स्तर पर इसमें कुछ बदलाव कर सकेंगे।
बैठक में इस पर भी चर्चा हुई कि पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में वायु प्रदूषण की स्थिति बेहतर है। पीएम 2.5 का इंडेक्स 100 के आसपास ही चल रहा है। लिहाजा, ग्रेडिंग रिस्पांस सिस्टम के दूसरे चरण के कूड़ा जलाने, भवन निर्माण, पटाखे जलाने और डीजल से चलने वाले जनरेटर सेट चलाने पर प्रतिबंध हटाए जा सकते हैं।
वायु प्रदूषण पर एलजी की बैठक आज
सुप्रीम कोर्ट की लगातार फटकार और सीपीसीबी व ईपीसीए की तमाम बैठकों के बीच अब दिल्ली के वायु प्रदूषण पर उपरायपाल ने भी बैठक बुला ली है। यह बैठक मंगलवार को होगी और इसमें विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होगी। पहले यह बैठक शुक्रवार को होनी थी, मगर कुछ कारणों से मंगलवार के लिए री शेड्यूल हो गई थी।
गौरतलब है कि दिल्ली-एनसीआर के वायु प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट, नेशनल ग्रीन टिब्यूनल (एनजीटी), केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) और ईपीसीए (पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण) लगातार कवायद में जुटे हुए हैं।
इस बीच ग्रेडिंग रिस्पांस सिस्टम लागू हो चुका है जबकि विस्तृत एक्शन प्लान तैयार करने की प्रक्रिया चल रही है। हालांकि पूर्व उपरायपाल नजीब जंग के कार्यकाल में उपरायपाल निवास पर भी वायु प्रदूषण पर लगातार समीक्षा बैठक होती रहती थी, लेकिन नए उपरायपाल अनिल बैजल के आने के बाद इस दिशा में यह पहली बैठक है। सीएसई की महानिदेशक सुनीता नारायण ने बताया कि फिलहाल दिल्ली में वायु प्रदूषण अपेक्षाकृत नियंत्रण में है।