देहरादून: राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण भारत सरकार के सहयोग से प्रदेश में प्राकृतिक आपदा/भूकम्प से निपटने के लिए गढवाल मण्डल के कुछ जनपदों में 21 फरवरी को तथा कुमाऊ मण्डल तथा गढवाल मण्डल के अन्य जनपदों में आज माॅक ड्रिल का आयोजन किया गया। माॅक ड्रिल के आयोजन का उद्देश्य आपदा के समय जिला स्तर पर इससे निपटने के लिए त्वरित रेस्पोंस तथा अपनी तैयारियों को जांचना था।
इस अवसर पर सचिव आपदा प्रबन्धन अमित नेगी ने कहा कि चूंकि देहरादून राज्य की राजधानी तथा अन्य पहाड़ी जनपदों के लिए सहायता पंहुचाने का एक मुख्य केन्द्र बिन्दु है तथा पहाड़ी जनपदों में आपदा आने की स्थिति में जरूरी संसाधनों को देहरादून से भेजने तथा गम्भीर रूप से घायल व्यक्तियों को किस तरह से हैलीकाप्टर/चैपर द्वारा उचित चिकित्सा हेतु देहरादून लाया जायेगा। इसी प्रक्रिया में आज देहरादून के परेड मैदान में रूद्रप्रयाग में भूकम्प से गम्भीर रूप से घायल व्यक्ति को हैलीकाप्टर से देहरादून लाया गया तथा शीघ्रता से प्रशिक्षित मेडिकल टीम द्वारा एम्बुलेंस में ले जाकर दून अस्पताल में गहन चिकित्सा हेतु भर्ती कराया गया। उन्होने कहा कि 21 फरवरी 2017 देहरादून जनपद में सम्पन्न माॅक ड्रिल के समय को पहले से नही बताया गया था तथा भूकम्प की सूचना अचानक सायरन बजाकर दी गयी। उन्होने कहा कि जिस तरह से जनपद स्तर पर सभी विभागों तथा जीवन रक्षक दस्तों ने त्वरित रिस्पोंस दिया व संतोषजनक था साथ ही माॅक ड्रिल के दौरान जो भी हमारे सामने किसी भी स्तर पर संसाधनों को लेकर तथा अन्य तरीके से कमियां उजागर हुई उसको समय रहते दुरूस्त कर लिया जायेगा।
इस अवसर पर पुलिस महानिरीक्षक जी.एस मर्तोलिया ने कहा कि रिहर्सल करते रहने से कुछ न कुछ सीख जरूर मिलती है तथा किसी भी आपदा से निपटने का कार्य एक टीम भावना का कार्य है तथा रिहर्सल की एक गलती आगे के लिए सुधार का एक अवसर होता है। शासन स्तर पर कल के माॅक ड्रिल में जैमर लगाया गया था ताकि कोई भी व्यक्ति मोबाईल का प्रयोग न कर सके तथा सम्पूर्ण माॅक ड्रिल में वायरलेस, हैण्डसेट के माध्यम से सूचनाओं का आदान-प्रदान किया जा रहा था।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक यातायात धीरेन्द्र गुंज्याल ने शासन से आये अधिकारियों के सामने गत दिवस के माॅक ड्रिल का ब्योरा रखा, साथ ही जनपद को जिन संसाधनों की आवश्यकता महसूस की गयी थी उनकी मांग प्रस्तुत की गयी।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी बंशीधर तिवारी ने कहा कि परेड मैदान को गत दिवस के जनपद स्तरीय माॅक ड्रिल का तथा आज के प्रदेश स्तर के माॅक ड्रिल के लिए स्टेट लेवल का स्टेजिंग एरिया बनाया गया था, साथ ही 21 फरवरी 2017 की एक्सरसाईज पर शासन द्वारा संतुष्टि व्यक्त की गयी। उन्होने कहा कि माॅक ड्रिल एक्सरसाईज करने का उद्देश्य आपदा से निपटने के लिए जनपद स्तरीय तैयारियों का परखना था तथा जो भी कमियां सामने आई उसे समय रहते सुधार लिया जायेगा।
इस अवसर पर राष्ट्रीय आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण से मेजर जनरल (से.नि.) वी.के दत्ता, सचिव उत्तराखण्ड शासन अरविन्द सिंह हयांकी, पुलिस महानिरीक्षक अमित सिन्हा, अपर सचिव आपदा सी. रवि शंकर, अपर सचिव गृह पूरण सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून स्वीटी अग्रवाल, एस.डी.आर.एफ कमान्डेंट जगत राम जोशी, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व वीर सिंह बुदियाल, जिला आपदा प्रबन्धन अधिकारी दीपशिखा रावत सहित माॅक ड्रिल के सेना, आई.टी.बी.पी, पुलिस, होमगार्ड, सिविल डिफेंस सुरक्षा दस्ते तथा जनपद स्तरीय सम्बन्धित अधिकारी/कार्मिक उपस्थित थे।