लखनऊ: राज्य सरकार के प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि प्रदेश में विद्युत उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रदेष सरकार की सौर ऊर्जा नीति-2013 के अन्तर्गत मार्च, 2017 तक 500 मेगावाट क्षमता से ग्रिड संयोजित सोलर पावर प्लाण्ट की स्थापना के लिए वर्तमान में कार्य किया जा रहा है।
प्रवक्ता ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा सौर ऊर्जा नीति के अन्तर्गत द्वितीय चरण की आमंत्रित बिडिंग के फलस्वरूप प्रदेष सरकार द्वारा 105 मेगावाट क्षमता के ग्रिड संयोजित सौर पावर परियोजनाआंे की स्थापना अनुमोदित करते हुए 05 परियोजना विकासकर्ताओ को लेटर आफ इण्टेण्ट निर्गत किये गये हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि विगत 6 अप्रैल को कुल 105 मेगावाट क्षमता की स्थापना के लिए अनुमोदित टैरिफ पर मैसर्स ग्रीन ऊर्जा प्रा. लिमिटेड नोयडा द्वारा 30 मेगावाट सौर पावर क्षमता, मैसर्स यूनिवर्सल सौर ऊर्जा प्रा. लिमिटेड फिरोजपुर पंजाब द्वारा 30 मेगावाट सौर पावर क्षमता, मैसर्स के. एम इनर्जी प्रा. लिमिटेड लखनऊ द्वारा 5 मेगावाट सौर पावर क्षमता, मैसर्स निरोषा पावर प्रा. लिमिटेड गुड़गांव द्वारा 30 मेगावाट सौर पावर क्षमता एवं मैसर्स सन एण्ड विण्ड इन्फ्रा इनर्जी प्रा. लिमिटेड बरेली द्वारा 10 मेगावाट सौर पावर क्षमता के लिए यूपीपीसीएल के साथ पावर परचेज अनुबन्ध हस्ताक्षरित किये जा चुके हैं।
इन परियोजनाएं की मई, 2016 से अक्टूबर, 2016 के मध्य स्थापना एवं कमीषनिंग की जायेगी।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार प्रदेश में बिजली व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। लोगों को निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए विद्युत उत्पादन बढ़ाने के भी प्रयास किए जा रहे हैं ताकि गांवों को 14 से 16 घण्टे की आपूर्ति तथा शहरों में 22 से 24 घण्टे की विद्युत आपूर्ति दी जा सके।