अल्मोड़ा: कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा विकासखंड ताकुला के ग्राम बछुराड़ी में एक दिवसीय मसूर प्रक्षेत्र दिवस का आयोजन किया गया। इस मौके पर कृषि वैज्ञानिकों ने मसूर फसल उत्पादन तकनीक की वैज्ञानिक जानकारी दी।
उल्लेखनीय हे कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के अन्तर्गत रबी 2016-17 में मसूर के क्लस्टर प्रथम पंक्ति प्रदर्शन जनपद के विभिन्न ग्राम जैसे चैसली, बछुराड़ी, ठाट, सुनौला, पैडुला, गुडकाण्डे इत्यादि में कुल 10 हैक्टेयर क्षेत्रपफल में 200 कृषकों के खेत संचालित हुए हैं। इस कार्यक्रम में मसूर की पंत मसूर 8 प्रजाति का प्रयोग किया गया है। इसी कार्यक्रम के तहत केन्द्र द्वारा ग्राम बछुराड़ी विकासखंड ताकुला में मसूर प्रक्षेत्र दिवस मनाया गया। इस अवसर पर ग्राम बछुराड़ी की प्रधान श्रीमती देवकी देवी ने उपस्थित कृषकों से मसूर के साथ-साथ कृषि के अन्य नवीनतम तकनीक अपनाकर पैदावार बढ़ाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि महिलाएं समूह में कृषि कार्य कर ज्यादा लाभ कमा सकती हैं। कृषि विज्ञान केन्द्र के प्राध्यापक डाॅ. बीडी सिंह ने मसूर फसल के उत्पादन तकनीक की विस्तृत जानकारी देते हुए मसूर के बुवाई के समय, पंक्तियों में बुवाई, जैव उर्वरकों से बीज शोधन, खरपतवार एवं कीट रोग प्रबन्धन इत्यादि पर प्रकाश डाला। उन्होंने पर्वतीय क्षेत्रों हेतु विकसित नये-नये बीजों को अपने खेतों पर आजमाने की सलाह दी। उन्होंने कृषकों को पाॅली हाउस में विभिन्न प्रकार के सब्जियों के पौध एवं सब्जी उगाकर आय अर्जन में वृद्धि की बात कही। साथ-साथ आपने नवीनतम उन्नत कृषि यंत्रों के प्रयोग को प्रोत्साहन देने की बात कही। जिससे कम समय में अधिक कार्य किया जा सके। ग्राम के पूर्व प्रघान सुरेन्द्र सिह रावत ने भी कृषकों से उन्नत बीजों का प्रयोग कर नये विधि से खेती करने की सलाह दी। इस अवसर पर लगभग 72 कृषक उपस्थित थे।
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