लखनऊ: एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश एवं जनपदीय प्रशासन की संयुक्त कार्यवाही में लखनऊ शहर के अनेक पैट्रोल पम्पो पर डिवाइस लगाकर घटतौली के संगठित क्रियाकलापों का पर्दाफाश करने व 23 अभियुक्तों को गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरणः-
1. राजन अवस्थी पुत्र रामाधीन अवस्थी नि0 कृष्णविहार काॅलोनी, कमलाबाद, बढौली, छठा मील, थाना-म़िड़याॅव, लखनऊ।
2. राजेन्द्र पुत्र दीना नि0 ग्राम बबुरिहा, तहसील सदर, थाना-कुर्सी, जनपद-बाराबंकी।
3. शरद चन्द वैश्य पुत्र लालता प्रसाद वैश्य नि0-56, पुराना किला, थाना-हुसैनगंज, जनपद-लखनऊ।
4. विजेन्द्र सिंह भदौरिया पुत्र मुलायम सिंह भदौरिया नि0-14/797, इन्दिरानगर, थाना-इन्दिरानगर, लखनऊ।
5. अशोक कुमार पाल पुत्र बैजनाथ पाल नि0-417/687, निवाजगंज, थाना-ठाकुरगंज, लखनऊ।
6. राकेश कुमार पुत्र बच्चूराम नि0-रायसिंहपुर, थाना-बक्शीकातालाब, लखनऊ।
7. दुर्गेश कुमार पुत्र स्व0 विश्वनाथ नि0-शेखपुर, थाना-सतरिख, जिला-बाराबंकी।
8. प्रेम कुमार ओझा पुत्र स्व0 महाबली नि0-तारहिया, थाना-मड़ियाॅंव, लखनऊ।
9. गोविन्द पाण्डेय पुत्र सुखराम नि0 ग्राम पूरेदत्त पाण्डेय का पुरवा, थाना-कुमारगंज, फैजाबाद।
10. डाल कुमार ओझा पुत्र देवीदयाल नि0-ग्राम सफदरबाहरी, थाना-इनायतनगर, फैजाबाद।
11. कमलेश पुत्र राम सजीवन नि0 राउखेड़ा, थाना-सण्डीला, हरदोई।
12. अमन मित्तल पुत्र हरिश्चन्द्र मित्तल नि0 16/11, सरोजनी नायडू मार्ग, थाना-हुसैनगंज, लखनऊ।
13. अनूप मित्तल पुत्र हरिश्चन्द्र मित्तल नि0 16/11, सरोजनी नायडू मार्ग, थाना-हुसैनगंज, लखनऊ।
14. बबलू मिश्रा पुत्र शिवकंठ मिश्रा नि0 नौबस्ता, थाना-बाजारखाला, लखनऊ।
15. अर्जुन लाल पुत्र बुद्धा प्रसाद नि0-69 माल एवेन्यू, थाना-गौतमपल्ली, लखनऊ।
16. अखिलेश कुमार दीक्षित पुत्र स्व0 शिवशंकर दीक्षित नि0-631/79, सनातन नगर, थाना-चिनहट, लखनऊ।
17. विनोद सिन्हा पुत्र लाल बाबू सिन्हा नि0-538/136/161, त्रिवेणी नगर, आदर्शपुरम्, थाना-अलीगंज, लखनऊ।
18. देवेन्द्र सिंह रावत पुत्र राम सिंह रावत नि0-56, डिफैन्स काॅलोनी, तेली बाग, थाना-एस0जी0 पी0जी0अई0, लखनऊ।
19. मातादीन पुत्र इन्द्र बहादुर नि0-रामनगर, थाना-रौनाही, फैजाबाद।
20. आनन्द कुमार राय पुत्र अवध किशोर राय नि0-‘3/214, विरामखण्ड, थाना-गोमतीनगर, लखनऊ।
21. हसीब अहमद पुत्र हबीब अहमद नि0-424/51, महबूबगंज, थाना-साअदतगंज, लखनऊ।
22. चन्दन कुमार पुत्र विजय प्रकाश यादव नि0-खानीपुर, थाना-अटरिया, सीतापुर।
23. मोहित सिंह यादव पुत्र स्व0 जितेन्द्र कुमार यादव नि0-500/182, कुतुबपुर, डालीगंज, थाना-‘हसनगंज, लखनऊ।
बरामदगीः
1. 15 अदद इलैक्ट्रोनिक चिप
2. 29 अदद रिमोट
विगत दिनो एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश को विभिन्न पैट्रोल पम्पो पर इलेक्ट्राॅनिक चिप लगाकर घटतौली का अवैध धन्धा करने व भारी अवैध लाभ अर्जित करने की सूचनायें प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में श्री अमित पाठक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0, उ0प्र0 लखनऊ ने एस0टी0एफ0 के सभी अधिकारियों को अभिसूचना संकलित करने के निर्देश दिये थे। इसी क्रम में डा0 अरविन्द चतुर्वेदी, अपर पुलिस अधीक्षक के पर्यवेक्षण में पुलिस उपाधीक्षक श्री अमित नागर के नेतृत्व में टीम गठित कर इस विषय में अभिसूचना संकलन की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी। अभिसूचना संकलन के दौरान जानकारी प्राप्त हुई कि कुछ लोग संगठित गिरोह बनाकर पेैट्रोल पम्पो पर लगी इलेक्ट्राॅनिक मशीनो में एक ऐसी चिप लगा रहे हैं, जिससे तेल की निकासी कुछ प्रतिशत कम हो जाती है और मीटर पूरी निकासी प्रदर्शित करता है। इस अभिसूचना को और अधिक विकसित कर कार्यवाही करने के लिए निरीक्षक श्री एन0आर0 दोहरे को निर्देशित किया गया।उनकी टीम के सदस्य आरक्षी राजेश मौर्या द्वारा अत्यन्त परिश्रमपूर्वक एक ऐसे व्यक्ति को चिन्हित किया जो ऐसी चिप लगाने का विशेषज्ञ बताया जा रहा था। टीम ने जमीनी स्तर पर प्राप्त सूचनाओं को विकसित करते हुए इस संदिग्ध व्यक्ति के आवागमन, बैठने के ठिकाने तथा सम्पर्की पैट्रोल पम्पो का पूरा विवरण इकट्ठा किया। पुलिस उपाधीक्षक श्री अमित नागर ने जमीनी सूचना का सत्यापन किया और आगे की कार्यवाही की योजना तैयार की।
डा0 अरविन्द चतुर्वेदी, अपर पुलिस अधीक्षक ने पेट्रोल पम्पो की सेवाओं के ‘आवश्यक सेवा’ श्रेणी का होने के कारण इनके परिसर में होने वाली किसी गड़बड़ी के अनावरण के लिए आवश्यक विधिक प्राविधानो का अध्ययन किया तो पाया कि इस कार्यवाही में एस0टी0एफ0 के साथ बाॅटमाप निरीक्षक, सम्बन्धित आॅयल कम्पनी के फील्ड आफिसर, जिला आपूर्ति विभाग के अधिकारी तथा एक मैजिस्ट्रेट की मौजूदगी होना आवश्यक होगा। डा0 चतुर्वेदी ने श्री अमित पाठक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0, उ0प्र0 से विचार-विमर्श कर उनके निर्देशानुसार सभी सम्बन्धित विभाग के अधिकारियों से सम्पर्क स्थापित किया।
फील्ड में कार्यरत टीम ने चिन्हित अभियुक्त राजेन्द्र उपरोक्त को थाना-हसनगंज क्षेत्र, लखनऊ से पूछताछ के लिए रोका। पूछताछ पर उसने बताया कि वह प्रशिक्षण प्राप्तइलेक्ट्रिीश्यिन है और कई वर्षाे से पैट्रोल पम्पोंपर बिजली सम्बन्धी कार्य करता रहा है। उसने बताया कि दिल्ली के कुछ लोगों से 5-6 वर्ष पूर्व सम्पर्क होने पर पैट्रोल पम्प पर लगी मशीनो में चिप लगाने का काम सीख लिया था। ऐसी चिप लगाकर रिमोट के माध्यम से घटतौली की जा सकती है, जिसका ग्राहको को भी पता नही चल सकता है। धीरे-धीरे उसने इस गैंग का साथ छोड़कर स्वयं ही यह कार्य करना प्रारम्भ कर दिया। पूछताछ पर राजेन्द्र ने कई पैट्रोल पम्पो को चिन्हित कराया, जहाॅ उसने चिप लगायी थी। इस पर अग्रिम कार्यवाही करने के लिए मैजिस्ट्रेट, आपूर्ति विभाग के अधिकारी, बाॅटमाप निरीक्षक और पुलिस की 07 टीमें तैयार की गयीं। पुुलिस उपाधीक्षक श्री पी0के0 मिश्र ने सभी टीमों से समन्वय बैठाकर एक साथ रेड कराने का महत्वपूर्ण कार्य सफलतापूर्वक किया। इन टीमों द्वारा निम्नलिखित पैट्रोल पम्पो पर छापामारी की गयीः-
1. लालता प्रसाद वैश्य एण्ड सन्स, डालीगंज क्राॅसिंग- भारत पैट्रोलियम
2. लालता प्रसाद वैश्य एण्ड सन्स, मेडिकल काॅलेज चैराहा- भारत पैट्रोलियम
3. शिव नारायण एण्ड सन्स, कैन्ट- भारत पैट्रोलियम
4. ब्रिज आॅटोकेयर, समतामूलक चैराहा- भारत पैट्रोलियम
5. मान फिलिंग स्टेशन, गल्ला मण्डी, सीतापुर रोड- भारत पैट्रोलियम
6. स्टैण्डर्ड फ्यूल सैन्टर, मड़ियाॅव- इण्डियन आॅयल
7. साकेत फिलिंग स्टेशन, कमता- इण्डियन आॅयल
टीम द्वारा उपरेाक्त पैट्रोल पम्पो पर पहुॅचकर सम्बन्धित आॅयल कम्पनी के क्षेत्रीय अधिकारियों को बुलाकर घटतोैली के सम्बन्ध में जानकारी की गयी तो भौतिक सत्यापन पर 5 से 10 प्रतिशत की घटतोली होना पाया गया। इन पैट्रोल पम्पो पर मौजूद डीलर/मैनेजर/कैशियर के पास से घटतौली के लिए प्रयोग किये जाने वाले रिमोट बरामद हुए तथा मशीनो के अन्दर लगे सर्किट से चिप बरामद हुए।
लालता प्रसाद वैश्य एण्ड सन्स के मैनेजर ने पूछताछ पर बताया कि कई वर्ष पहले जब घटतौली की चिप के बारे में मालूम हुआ था तो डीलर/मालिक से वार्ता करके उसने राजेन्द्र को चिप लगाने के लिए कहा था। इसके लिए राजेन्द्र को मशीन के अन्दर लगे इलेक्ट्रॅेनिक सर्किट बाॅक्स की आवश्यकता थी, जिस पर बाॅटमाप निरीक्षक की सील लगी होती है। मैनेजर ने बताया कि मशीन की मरम्मत के लिए सील खुलवाते थे और राजेन्द्र से घटतौली करने वाली चिप लगवाकर फिर से सील लगवा देते थे। रिमोट से यह चिप आॅन/आॅफ हो जाती थी। किसी भी सन्देह व चैकिंग की स्थिति में चिप को आॅफ कर देते थे।
श्री अमित पाठक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0, उ0प्र0 द्वारा इस पूरे गोरखधन्धे की समीक्षा करने पर पाया कि आम आदमी को 5 से 10 प्रतिशत तक पैट्रोल कम दिया जा रहा है, जिससे औसत बिक्री वाला पैट्रोल पम्प लगभग 6 लाख रूपये प्रतिमाह और अच्छी बिक्री वाला पैट्रोल पम्प 12 लाख रूपये तक प्रतिमाह का अवैध लाभ अर्जित कर रहा है। इसके अतिरिक्त छापामारी के दौरान इनके स्टाॅक रजिस्टर भी अध्यावधिक नही पाये गये। जब सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा पैट्रौल के स्टोरेज टैंक का निरीक्षण किया गया तो पैट्रौल/डीजल जितना बचा होना चाहिए था, उससे अधिक पाया गया। कुछ जगहों पर डिप नापने वाली मेजरिंग राॅड के कैलीब्रेशन में भी छेड़छाड़ की गयी थी ताकि टैंक में मौजूद अतिरिक्त तेल नापने पर पकड़ में न आये।
बाॅट माप विभाग के अधिकारियों ने पेट्रोल पम्पों पर परिलक्षित अनियमितताओं के सम्बन्ध में विभागीय अधिनियम की सुसंगत धाराओं के अन्तर्गत कार्यवाही की जा रही है। जनपदीय प्रशासन की टीमों का पर्यवेक्षण अपर जिला मैजिस्ट्रेट(सिविल सप्लाई) डा0 अलका वर्मा एवं जिला पूर्ति अधिकारी श्री ए0के0 शाही ने किया।
इन सभी पैट्रोल पम्पो पर पायी गयी अनियमितताओं के सम्बन्ध में सभी सम्बन्धित थानो पर क्षेत्रीय रसद अधिकारियों द्वारा आवश्यक वस्तु अधिनियम-1955तथा भारतीय दण्ड विधान की सुसंगत धाराओं के अन्तर्गत अभियोग पंजीकृत कराये जा रहे हैं।