लखनऊ: एस0टी0एफ0, उ0प्र0 द्वारा पैट्रोल पम्पों पर चिप लगाकर घटतौली का खुलासा करने के बाद पी0डी0एस0 व्यवस्था में मिट्टी के तेल (केरोसिन) की सप्लाई में धांधली का पर्दाफाश करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की गयी।
बरामदगीः
1. एक अदद आॅयल टैंकर नं0-यूपी-77ए-5080 मय 12000 लीटर केरोसिन
2. इण्डियन पेट्रोलियम डीलर, नवाबगंज, उन्नाव का स्टाॅक रजिस्टर
पिछले सप्ताह पेट्रोल पम्पों पर इलैक्ट्रोनिक चिप लगाकर घटतौली करने का खुलासा एस0टी0एफ0, उत्तर प्रदेश द्वारा किया गया था। श्री अमित पाठक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0, उ0प्र0 लखनऊ के निकट पर्यवेक्षण में कार्य कर रहे अपर पुंलिस अधीक्षक डा0 अरविन्द चतुर्वेदी इस अभियान का संयोजन कर रहे हैं। इस अभियान के दौरान तीनो आॅयल कम्पनियों, इण्डियन आॅयल, भारत पेट्रोलियम और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम के अधिकारियों से वार्ता के क्रम में कम्पनियों के डिपो से निर्गत किये जाने वाले पेट्रोल, डीजल और केरोसिन की सप्लाई चेन का विधिवत् अध्ययन किया गया। गिरफ्तार अभियुक्त से पूछताछ और पिछले माह फतेहपुर में लगभग ढाई लाख लीटर संदिग्ध केरोसिन पकड़े जाने की अभिसूचना को विकसित करने पर ऐसी सूचना भी प्राप्त हुई कि पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम के माध्यम से विशेष आर्थिक वर्ग को अत्यन्त सस्ते दर पर केरोसिन उपलब्ध कराने की व्यवस्था में बहुत बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की जा रही है, जिसमें डीलर, कोटेदार के साथ- साथ सम्बन्धित सरकारी विभाग के कर्मियों की भी मिली भगत हो सकती है।
अध्ययन के दौरान ज्ञात हुआ कि आॅयल कम्पनियां राज्य सरकार द्वारा त्रैमासिक डीलर कोटा लिस्ट के अनुसार केरोसिन निर्गत करते हैं। इसके लिए आवंटित डिपो पर डीलर अपने कोटे के अनुसार इण्डेन्ट तैयार कराता है और अपने अनुबन्धित ट्रांसपेार्टर की गाड़ी का नम्बर आॅयल कम्पनी डिपो को उपलब्ध करा देता है। निर्धारित तिथि पर अधिकृत आॅयल टैंकर डिपो से केरोसिन लेकर जैसे ही निकलता है, आॅटोमेटिक सिस्टम द्वारा डीलर को पूरा विवरण एस0एम0एस0 हो जाता है। डीलर उक्त केरोसिन को पूर्ति अधिकारी द्वारा प्राधिकृत अधिकारी की उपस्थिति मेें अपने स्टाॅक में एन्ट्री करता है और सभी सम्बन्धित स्टाॅक रजिस्टर पर हस्ताक्षर करते हैं। इसके बाद जिला पूर्ति अधिकारी द्वारा उपलब्ध करायी गयी सूची के अनुसार यह डीलर अपने क्षेत्र के कोटेदारों को निर्धारित मात्रा में केरोसिन निर्गत कर देता है। यह भी जानकारी हुई कि डीलर को डिपो से केरोसिन वर्तमान समय में रू0 18.10 प्रति लीटर मिलता है और वह कोटेदार को रू0 18.94 प्रतिलीटर की दर से उपलब्ध कराता है। खुले बाजार में केरोसिन की कीमत लगभग 50/- प्रति लीटर रहती है। दाम में इतना बड़ा अन्तर इस सिस्टम में सेंध लगाकर केरोसिन को ऊॅचे दामों पर बेचने का मुख्य कारण है।
पुलिस उपाधीक्षक श्री पी0के0 मिश्रा, निरीक्षक श्र्री हेमन्त सिंह और उप निरीक्षक श्री ज्ञानेन्द्र कुमार राय ने इस कालाबाजारी और अवैध रूप से पी0डी0एस0 सिस्टम का केरोसिन आॅयल बेचने के रैकेट के सम्बन्ध में अत्यन्त परिश्रमपूर्वक सूचना एकत्र की। ज्ञात हुआ कि डीलर तीन स्तर पर गड़बड़ियां कर रहे हैं। पहला- उन्हें आॅयल कम्पनियों से मिलने वाले केरोसिन को 40 से 45/- प्रति लीटर की दर से पूरा पूरा कालेबाजारी करने वालों को बेचना, दूसरा-कूटरचित ढंग से उक्त कोटे को अपने स्टाॅक में अंकित कर सम्बन्धित सक्षम अधिकारियों का हस्ताक्षर प्राप्त करना और तीसरा- डीलर से जुड़े कोटेदारों को उनके कोटे के एक हिस्से की पूर्ति और शेष के बदले 30 से 35/- प्रति लीटर की दर से भुगतान कर देना। इस प्रकार कोटेदार को लगभग 11 से 15/- प्रति लीट का अनुचित लाभ , डीलर को 21 से 25/- प्रति लीटर का अनुचित लाभ मिल जाता है।
इस अध्ययन के बाद जमीनी सूचना को विकसित करते हुए एस0टी0एफ0 टीम ने दिनंाकः 03-05-2017 को इण्डियन आॅयल, पनकी के गेट पर यूपी-77ए-5080 टैंकर को चिन्हित किया, जिसके सम्बन्ध में सूचना प्राप्त हुई थी कि यह केरोसिन के कालाबाजारी में लिप्त है। इण्डियन आॅयल के वरिष्ठ अधिकारियों से वार्ता कर यह ज्ञात कर लिया गया कि इस टैंकर को इण्डियन पेट्रोलियम, नवाबगंज, उन्नाव स्थित डीलर के गोदाम पर जाना है। उक्त वाहन डिपो से निकलकर यशोदानगर, कानपुर क्षेत्र में दिनंाकः 04-05-2017 की सायं 4-00 बजे तक रूका रहा। जबकि इस बीच इस टैंकर की इनवायस की डिटेल 03 मई को ही स्टाक रजिस्टर में अंकित कर दी गयी। सन्देह बढने पर एस0टी0एफ0, कानपुर यूनिट की एक टीम भी बुला ली गयी। एस0टी0एफ0 कानपुर की टीम टैंकर की निगरानी के लिए रोक दी गयी। जिलाधिकारी, उन्नाव से वार्ता कर ए0आर0ओ0, उन्नाव को साथ लेकर दूसरी टीम उक्त डीलर के डिपो पर पहुॅची। इस दौरान टैंकर यशोदानगर से चलकर बिल्कुल विपरीत दिशा में हमीरपुर की ओर बढने लगा, जिसे बिधुनू थाना से लगभग 3 कि0मी0 आगे एस0टी0एफ0 टीम ने रोक लिया और स्थानीय थाना में सूचना देकर नवाबगंज, उन्नाव के लिए प्रस्थान किया। दूसरी ओर ए0आर0ओ0, उन्नाव और एस0टी0एफ0 टीम ने डीलर के गोदाम पर मौजूद उसके मैनेजर शिवशंकर पुत्र हरिशंकर लोध निवासी-नवाबगंज, उन्नाव से स्टाॅक रजिस्टर लेकर देखा तो उसमें दिनंाकः03-05-2017 को गाडी सं0-यूपी-77ए-5080 की एन्ट्री के साथ-साथ 12000 लीटर केरोसिन की आमद दर्ज थी जबकि यह टैंकर एस0टी0एफ0 टीम द्वारा केरोसिन सहित उसी समय बिधुनू थाना क्षेत्र में पकड़ा जा चुका था। स्टाॅक रजिस्टर में वही एन्वाॅयस नम्बर अंकित था, जो ड्राईवर के पास से मूलरूप में बरामद की गयी। इस प्रकरण में पी0डी0एस0 सिस्टम के केरोसिन आॅयल के पूरे के पूरे टैंकर को कालाबाजारी के लिए अवैध रूप से बिक्री करने के सम्बन्ध में जिलाधिकारी, उन्नाव द्वारा जाॅच कराकर अग्रिम कार्यवाही की जायेगी।