25.9 C
Lucknow
Online Latest News Hindi News , Bollywood News

अमर शहीदों को श्रद्धांजलि एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के सम्मान कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुएः सीएम योगी आदित्यनाथ

अमर शहीदों को श्रद्धांजलि एवं स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के सम्मान कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुएः सीएम योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के उद्गम स्थल मेरठ के भैसाली मैदान में आज आयोजित स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के सम्मान समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि 10 मई 1857 को क्रान्ति की शुरुआत मेरठ से हुई थी, जिसमें अनेकों महासपूतों ने अपने प्राणों की परवाह किए बिना देश को आजादी दिलाने में अहम योगदान दिया था, जिनके हम सदा ऋणी रहेंगे। उन्होंने सभी का आह्वान किया कि वे अपने देश के आजादी के इतिहास को संजोकर रखें तथा अपने भूगोल की रक्षा करें। उन्होंने कहा कि देश को आजादी दिलाने में सभी वर्गों के लोगों ने बिना किसी भेदभाव के मिलजुल कर अंग्रेजों के विरुद्ध लड़ाई लड़ी, जिससे उन्हें मजबूरन देश छोड़ना पड़ा। उन्होंने कहा अंग्रेजों द्वारा देश में फूट डालो राज करो की नीति अपनाकर देश को जाति, मजहब के नाम पर बांटने का काम किया गया था। लेकिन हमारे देश के लोगों ने एकता का परिचय देते हुए अनेकता में एकता की मिसाल कायम की। मुख्यमंत्री ने बाबा औघड़नाथ स्थित मन्दिर में पूजा अर्चना करने के उपरान्त शहीद स्मारक में शहीद स्तूप पर पुष्प अर्पित कर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानी श्री हेमन्त कुमार व श्री अमरनाथ गुप्ता को सम्मानित करने के साथ देश के स्वतंत्रता आन्दोलन को गति देने वाले अमर शहीद अशफाकउल्ला खां व शहीद भगतसिंह के परिवार के सदस्यों को भी सम्मानित किया। उन्होंने जनपद मेरठ की क्रान्ति में भाग लेने वाले शहीदों के नामों की चर्चा करते हुए कहा कि देश की आजादी में इन वीर सपूतों ने अपनी जान की बाजी लगाकर देश को आजाद ही नहीं कराया बल्कि हमें सर उठाकर जीने के एक स्वतंत्र आसमान भी दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा विकास व सुशासन के सिद्धान्त से देश को पूरी दुनिया में ख्याति मिली है। इसी प्रकार हमें भी बिना भेदभाव व जाति, मजहब से ऊपर उठकर प्रदेश मे विकास व सुशासन का राज कायम करना होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का मुख्य उद्देश्य है कि समाज के अन्तिम पायदान के व्यक्ति को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिले तभी प्रदेश के हर व्यक्ति के जीवन में खुशहाली आ सकेगी। उन्होंने कहा कि देश व प्रदेश के हर नागरिक द्वारा नेशन फस्र्ट की नीति अपनाने से ही श्रेष्ठ भारत की कल्पना सम्भव होगी।

श्री योगी ने कहा कि प्रदेश के किसान का उत्थान सरकार की प्रथम प्राथमिकता है। किसान को उपज का उचित दाम मिले, इसके लिए 120 दिन में राज्य सरकार ने गन्ना भुगतान कराने के लक्ष्य के अनुरूप एक माह में गन्ने का 62 हजार करोड़ रुपए का भुगतान कराया है। उन्होंने कहा कि किसान के गेहूं की खरीद हेतु गेहंू क्रय केन्द्र संचालित हंै। यदि बाजार में किसान को गेहूं का अच्छा भाव मिलता है तो वह अपना गेहूं बाजार में बेचने के लिए स्वतंत्र है। उन्होंने कहा कि आलू क्रय हेतु 4 एजेन्सियों के क्रय केन्द्र संचालित है, जिसमें सभी प्रकार का आलू समान रूप से निर्धारित दर पर क्रय किया जा रहा है। इसमंे यदि किसी भी स्तर पर किसी केन्द्र पर किसी प्रकार की लापरवाही की शिकायत मिलेगी तो उनके विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बहन-बेटियों के सम्मान की सुरक्षा सरकार का दायित्व है। इसके दृष्टिगत राज्य सरकार द्वारा एन्टी रोमियो दल का गठन किया गया है, जो महिलाओं के सम्मान व सुरक्षा हेतु बिना भेदभाव के पूर्ण सजगता से कार्य कर रहे हैं। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वह सुनिश्चित करें कि जनपद में सुप्रीम कोर्ट व एनजीटी के आदेशों का अनुपालन कराया जाए जिसकी जनपद प्रभारी मंत्री समय समय पर समीक्षा करेगें। उन्होंने कहा कि मलिन बस्तियों के निवासियों को सभी मूलभूत बुनियादी सुविधा आसानी से उपलब्ध हो इसकी सम्पूर्ण व्यवस्था सम्बन्धित विभाग सुनिश्चित करेंगे।

श्री योगी ने कहा कि पूरे प्रदेश में कानून का राज कायम है। यदि कोई अराजक/असामाजिक तत्व कानून अपने हाथ में लेता है तो उसको किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि कानून सभी के लिए बराबर है, जिसके क्रियान्वयन मे किसी प्रकार का भेदभाव नहीं होने दिया जाएगा। प्रदेश में शान्ति व्यवस्था और सौहार्द बनाने के लिये प्रशासन असामाजिक तत्वों पर कड़ी नजर रखकर उनके विरुद्ध पूर्ण निष्पक्षता व तत्परता से काम करेगा। उन्हांेने नागरिकों से आह्वान किया कि स्वच्छता व स्वास्थ्य के प्रति जागरूक बनें तथा प्लास्टिक जैसी चीजों का उपयोग न करें व न होने दें। इससे जीवन के साथ खिलवाड़ होने के साथ नाले-नालियों में पानी का अवरोध उत्पन्न होता है। उन्होंने कहा कि सभी जन संकल्प लें कि वह अपने घरों में होने वाले छोटे-छोटे कार्यक्रमों में भी प्लास्टिक के सामान का प्रयोग नहीं करेंगे तथा स्वच्छता को बनाने में अपना पूर्ण योगदान देंगे। उन्होंने श्रमदान के जरिए सार्वजनिक स्थान, मोहल्लांे, स्कूलों, चिकित्सालयों में स्वच्छता कायम करने की सभी से अपील की। उन्होंने कहा कि योग भारत में ऋषि परम्परा की देन है। इसके अन्तर्गत 21 जून 2017 को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर वृहद स्तर पर योग दिवस मनाये जाने की भी उन्होंने अपील की। उन्होंने इसमें सभी नागरिको के साथ सभी संगठनों, स्वैच्छिक संस्थाओं को अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का भी आव्हान किया।

इस अवसर पर सांसद श्री राजेन्द्र अग्रवाल ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया तथा अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम के अन्त मे मेरठ के महापौर श्री हरिकांत अहलूवालिया ने सभी का धन्यवाद ज्ञापित किया । खरखौदा स्कूल के हैलीपैड पर मुख्यमंत्री ने गार्ड आॅफ आॅनर लेने के बाद खरखौदा स्थित गेहूं क्रय केन्द्र का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने क्रय केन्द्र पर किसानों के लिये स्थापित मूलभूत सुविधाओं को जांचा तथा किसानों से वार्ता कर विक्रय में आ रही समस्याओं का जाना। उन्होंने केन्द्र पर उपस्थित अधिकारियों, कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देश दिये कि किसानों को किसी भी दशा में परेशान न किया जाए तथा उनको प्रदत्त सभी सविधाएं उपलब्ध करायी जाएं।

इससे पूर्व, मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ शेरगढ़ी मलिन बस्ती पहुंचकर, तंग गलियों में पैदल घूमकर लोगों से रुबरु हुए तथा जगह-जगह रुककर स्वच्छता कार्यक्रम व विकास कार्यों का मौके पर जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान वहंा पर सीवर लाइन न होने की शिकायत मिलने पर मुख्यमंत्री ने अमृत योजना के अन्तर्गत सीवर लाइन डालने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिए।

मुख्यमंत्री ने मलिन बस्ती के निरीक्षण के बाद मेडिकल काॅलेज के इमरजंेसी वार्ड का निरीक्षण कर वहां भर्ती मरीजों से रूबरू होते हुए उनको दी जा रही चिकित्सा सुविधा व खान-पान के बारे में जाना। उन्होंने मेडिकल काॅलेज के सभी चिकित्सकों को निर्देश दिये कि डाॅक्टर का परम दायित्व मरीज को समय से उपचार देना है। चिकित्सकों द्वारा चिकित्सीय कार्य में हीलाहवाली बिल्कुल भी बर्दाशत नहीं की जाएगी। किसी मरीज के उपचार में जिस भी आधुनिक यंत्र की आवश्यकता है, उसकी तत्काल व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि मरीजों को अस्पताल से ही निःशुल्क दवा वितरित करायें व बाहर से दवायें न मंगवायें।

भैसाली मैदान के कार्यक्रम में केन्द्रीय जल संसाधन राज्य मंत्री श्री संजीव बालियान, केन्द्रीय पर्यटन व संस्कृति राज्य मंत्री डाॅ0 महेश शर्मा, प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्री सिद्धार्थ नाथ सिंह, गन्ना मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री सुरेश राणा, खाद्य राज्य मंत्री श्री अतुल गर्ग सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी व अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

Related posts

Leave a Comment

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More