लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि भारत और इज़राइल विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग कर रहे हैं। दोनों देशों के सम्बन्ध प्रगाढ़ है। राज्य सरकार कृषि, हाॅर्टीकल्चर, सिंचाई, ऊर्जा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, स्मार्ट सिटी आदि विभिन्न क्षेत्रों में इज़राइल की दक्षता का सदुपयोग प्रदेश के विकास के लिए करना चाहेगी।
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर इज़राइल के राजदूत श्री डेनियल कार्मन से एक भेंट के दौरान विचार-विमर्श कर रहे थे। मुख्यमंत्री जी ने कहा कि लगातार घट रहे भू-जल स्तर के कारण वर्तमान में राज्य के अनेक क्षेत्रांे को डार्क जोन घोषित किया गया है। ऐसे इलाकों में जल स्तर को बढ़ाने के लिए इज़राइल द्वारा विकसित तकनीक काफी उपयोगी सिद्ध हो सकती है। इसी के साथ ही, बुन्देलखण्ड जैसे क्षेत्र में जल संरक्षण सम्बन्धी कार्याें में भी इज़राइल राज्य सरकार को सहयोग प्रदान कर सकता है।
योगी जी ने मुख्य सचिव को निर्देशित किया कि कृषि, व्यापार, संस्कृति सहित विभिन्न नीति विषयक मामलों में प्रदेश सरकार किस प्रकार इज़राइल के साथ अधिक से अधिक सहयोग कर सकती है, इसके लिए एक संयुक्त दल का गठन किया जाए।
राजदूत श्री कार्मन ने प्रदेश भ्रमण हेतु मुख्यमंत्री द्वारा आमंत्रित किए जाने पर उनके प्रति आभार जताते हुए कहा कि इज़राइल के प्रतिनिधि के तौर पर वे पहली बार उत्तर प्रदेश आयें हैं। भारत के साथ सम्बन्धों को और मजबूत करना इज़राइल की प्राथमिकता में शामिल है। उन्होंने बताया कि राष्ट्र निर्माण के दौरान उनके देश को अनेक चुनौतियों का सामना करना पड़ा था। जल संकट को दूर करने तथा सभी नागरिकों को खाद्य सुरक्षा उपलब्ध कराने पर विशेष ध्यान दिया गया था।
इज़राइल के राजदूत ने यह भी बताया कि वर्तमान में इज़राइल द्वारा भारत के विभिन्न राज्यों में कृषि तथा हाॅर्टीकल्चर से जुड़ी 40 परियोजनाओं में सहयोग प्रदान किया जा रहा है। इनमें से 15 परियोजनाएं पूरी हो गई हैं। उत्तर प्रदेश में भी इज़राइल के सहयोग से दो परियोजनाएं विकसित की जा रही हैं, जिनमें जनपद बस्ती स्थित औद्यानीकरण विकास केन्द्र तथा जनपद कन्नौज का सब्जी विकास केन्द्र शामिल है। 10 से 15 हजार किसानों को लाभान्वित करने वाली यह परियोजनाएं शीघ्र पूरी हो जाएंगी। उन्होंने मुख्यमंत्री जी से इन परियोजनाओं का उद्घाटन कराने का अनुरोध किया।
श्री कार्मन ने कहा कि गंगा नदी के पुनर्जीवन के उद्देश्य से प्रधानमंत्री जी द्वारा ‘नमामि गंगे’ परियोजना प्रारम्भ की गई है। इसके तहत उत्तर प्रदेश सरकार को उनके देश द्वारा सहयोग प्रदान किया जा सकता है। इसके साथ ही, प्रदेश में इज़राइल के निवेशकों तथा औद्योगिक प्रतिष्ठानों द्वारा निवेश के सम्बन्ध में भी सहयोग प्रदान किया जा सकता है।