नई दिल्ली: केन्द्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने आठ पूर्वोत्तर राज्यों यथा अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, सिक्किम एवं त्रिपुरा के मुख्य सचिवों और पुलिस महानिदेशकों के साथ पूर्वोत्तर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की। केन्द्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पीएमओ, कार्मिक, लोक शिकायत पेंशन, परमाणु ऊर्जा एवं अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह, गृह राज्य मंत्री श्री किरेन रिजिजू, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार श्री अजित डोभाल, केन्द्रीय गृह सचिव श्री राजीव महर्षि और आईटीबीपी, असम रायफल्स तथा बीएसएफ के डीजी/एडीजी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
गृह मंत्री ने हाल के वर्षों में पूर्वोत्तर में सुरक्षा की स्थिति में हुए उल्लेखनीय सुधार के लिए राज्यों और सुरक्षा बलों की सराहना की। उन्होंने कहा कि समृद्ध मानव एवं प्राकृतिक संसाधनों की बदौलत पूर्वोत्तर में विकास की असीम संभावनाएं हैं। उन्होंने विशेष जोर देते हुए कहा कि इस क्षेत्र में तेजी से विकास सुनिश्चित करने के लिए बेहतर सुरक्षा स्थिति अत्यंत जरूरी है।
श्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उग्रवाद रोधी अभियानों में सुरक्षा बलों का उतना समय अब नहीं लग रहा है जितना पहले लगा करता था। अत: ऐसे में राज्य के पुलिस बलों को अपने सामान्य कामकाज को बेहतर करने और आपराधिक मामलों के बेहतर अभियोजन एवं सजा दिलाने पर अपना ध्यान केन्द्रित करना चाहिए।
बैठक में अनेक मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया जिनमें उग्रवाद रोधी अभियान, भारत-बांग्लादेश एवं भारत-म्यांमार सीमाओं पर सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करना, सीमा क्षेत्र का विकास कार्यक्रम इत्यादि शामिल थे।