नई दिल्ली: स्काउट्स एंड गाइड्स पर बनी सात सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति ने शिकायतों की जांच के लिए एक जांच कमेटी के गठन का सुझाव दिया और अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की। कमेटी ने यह भी सुझाव दिया कि भारत स्काउट्स एंड गाइड्स तथा हिन्दुस्तान स्काउट्स एंड गाइड्स में सुधार करना बहुत जरूरी है। कमेटी ने पाया कि प्रबंधन और वित्तीय प्रबंधन में कई तरह की अनियमितताएं हैं, जिनका ऑडिट चार्टर्ड अकाउंटेंट द्वारा किया गया। कमेटी ने खेल और युवा मामलों के मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री विजय गोयल को अपनी रिपोर्ट सौंपी।
स्काउट्स एंड गाइड्स पर गठित उच्च स्तरीय समिति अपनी रिपोर्ट श्री विजय गोयल को सौंपते हुए
कमेटी ने इस बात पर जोर दिया कि भारत स्काउट्स एंड गाइड्स तथा हिन्दुस्तान स्काउट्स एंड गाइड्स के संगठन को व्यवस्थित बनाने की आवश्यकता है। यह सुझाव दिया गया कि इसके लिए एक स्थायी निगरानी समिति होनी चाहिए, जो समय-समय पर दोनों संस्थाओं की गतिविधियों की निगरानी करे और मंत्रालय को अपनी रिपोर्ट सौंपे। समिति ने यह भी सिफारिश की कि दोनों संस्थाओं के बोर्ड में सरकारी नामित प्रतिनिधि होने चाहिए। भारत स्काउट्स और गाइड्स में राष्ट्रपति पुरस्कार (2016-17) से संबंधित प्रश्न पत्र लीक किये जाने की शिकायतों को दर्ज कर लिया गया है।
इससे पहले, 31 जनवरी, 2017 को कमेटी ने अपनी पहली अंतरिम रिपोर्ट पेश की थी। कमेटी ने यह भी सुझाव दिया है कि स्काउट मूवमेंट युवा आंदोलन का एक हिस्सा होना चाहिए, जो मंत्रालय के महत्वपूर्ण मिशनों में से एक है।
भारत स्काउट्स एंड गाइड्स तथा हिन्दुस्तान स्काउट्स एंड गाइड्स के खिलाफ समाज के विभिन्न तबकों से मिली शिकायतों के बाद अक्टूबर, 2016 में श्री विजय गोयल ने सात सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति का गठन किया था, जिसके अध्यक्ष श्री हरीश मल्होत्रा हैं। इन दोनों संगठनों को युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय से मान्यता प्राप्त है और इन्हें केन्द्र से वार्षिक अनुदान भी मिलता है।