भोपाल: पिछले कई दिनों से किसानों के हिंसक आंदोलन का केंद्र रहे मंदसौर में आज शांति रही जिसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपना अनिश्चितकालीन अनशन समाप्त कर दिया।
रिण माफी और अपनी उपज के उचित मूल्य की मांग कर रहे किसानों की नाराजगी को शांत करने के लिए कल से अनशन पर बैठे चौहान ने उनके कल्याण के लिए कुछ योजनाओं का ऐलान किया लेकिन ‘‘आग लगाने वाली गतिविधियों’’ में लिप्त लोगों को कड़ी चेतावनी भी दी।
मंदसौर शहर के सभी तीनों पुलिस थाना क्षेत्रों में आज दूसरे दिन भी कफ्र्यू नहीं लगाया गया लेकिन पूरे जिले में आपराधिक दंड संहिता की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा जारी रही जिसके तहत चार से अधिक लोगों के एकत्र होने पर रोक रही।
बहरहाल, मंदसौर जिला मुख्यालय से करीब 15 किमी दूर पिपलियामंडी पुलिस थाने में कफ्र्यू जारी रहेगा जहां छह जून को पुलिस की गोलीबारी में पांच किसानों की मौत के बाद हिंसा और आगजनी की घटनाएं हुईं और मध्यप्रदेश के अन्य जिलों में भी फैल गईं।
कलेक्टर ओ पी श्रीवास्तव और एसपी मनोज सिंह ने बताया ‘‘स्थिति शांतिपूर्ण है और अब तक हिंसा की कोई खबर नहीं है।’’ किसानों के आंदोलन को लेकर विपक्ष के हमलों का केंद्र बने चौहान ने डेढ़ दिन बाद आज प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के हाथों से नींबू पानी पी कर अपना अनशन तोड़ा।
अनशन खत्म करने से पहले चौहान ने कहा ‘मप्र में शांति बहाल हो गई है और कल तथा आज हिंसा के किसी भी मामले की खबर नहीं आई।’’ उन्होंने कहा ‘‘जिस राज्य में खेती खूब फली फूली हो, वहां यह असंभव है कि किसान इस पैमाने पर हिंसा करेंगे। किसानों की कोई भी पीड़ा अस्वीकार्य है लेकिन आग लगाने की गतिविधियों में लिप्त लोगों के साथ कठोरता से निपटा जाएगा।’’ जारी