रतलाम: मंदसौर जिले में पुलिस फायरिंग में मरने वाले किसानों के परिजन से मिलने जा रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया और कांतिलाल भूरिया को पुलिस ने आज उनके कई समर्थकों के साथ यहां जावरा के पास टोल नाके पर ऐहतियात के तौर पर हिरासत में ले लिया।
रतलाम जिले के पुलिस अधीक्षक अमित सिंह ने कहा, हमने कांग्रेस नेताओं को पहले ही बता दिया था कि मंदसौर में धारा 144 लागू है। इसलिये उन्हें वहां नहीं जाने दिया जायेगा। जावरा के नगर पुलिस अधीक्षक दीपक शुक्ला ने बताया, पुलिस ने सिंधिया, भूरिया और विधायक महेन्द्र सिंह कालूखेड़ा सहित अन्य लोगों को धारा 151 के तहत हिरासत में लिया है। हिरासत में लिये जाने से पहले मंदसौर जाने से रोके जाने पर कांग्रेस नेताओं ने वहां जाने की मांग करते हुए सड़क पर ही धरना दिया। सिंधिया ने कहा कि मंदसौर में धारा 144 लागू है तो वह अकेले ही वहां जा रहे हैं। फिर भी उन्हें मंदसौर जाने से रोका जा रहा है, यह हिटलरशाहीे है।
कृषि उत्पादों की उचित कीमत और अन्य मांगों को लेकर एक जून से प्रदेश में शुर हुआ किसान आंदोलन 6 जून को तब हिंसक हो गया, जब मंदसौर जिले में पुलिस फायरिंग में पांच किसानों की मौत हो गई। इसके बाद पश्चिमी मध्यप्रदेश के जिलों में किसान आंदोलन फैल गया। नीमच, धार, रतलाम, देवास,शाजापुर और अन्य जिलों में आगजनी की घटनाएं और बंद किये गये थे।