भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन के अध्यक्ष स्वामी आत्मस्थानंदजी महाराज के निधन पर शोक व्यक्त किया है और रामकृष्ण मठ तथा रामकृष्ण मिशन के महासचिव स्वामी सुवीरानंद को सांत्वना व्यक्त करते हुए शोक-संदेश भेजा किया है।
अपने संदेश में राष्ट्रपति ने कहा है, ‘‘रामकृष्ण मठ और रामकृष्ण मिशन के अध्यक्ष स्वामी आत्मस्थानंदजी महाराज के निधन का समाचार सुनकर मैं उदास हूं।’’
स्वामीजी आध्यात्मिक मूल्यों के लिए निरंतर प्रयासरत रहे। स्वामीजी की मानवता के प्रति सेवा का संदेश आज भी प्रासांगिक है। स्वामीजी का संदेश व ज्ञान उनके सभी अनुयायियों और मानवता के लिए हमेशा प्रेरणा का स्रोत बना रहेगा और उन्हें प्रेम व सद्भावना के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता रहेगा। वे एक ऐसी पवित्र आत्मा थे जो हमेशा समाज के कल्याण के प्रति चिंतित रहते थे। रामकृष्ण मिशन के संदेश को जन-जन तक पहुंचाने के लिए स्वामी जी ने देश तथा विदेश की लंबी यात्राएं कीं।
‘‘कृपया मेरी हार्दिक संवेदनाएं स्वीकार करें और इन्हें भारत तथा विदेशों में स्वामीजी के अनगिनत अनुयायियों तक पहुंचाएं।’’