भारत का निर्वाचन आयोग एक जुलाई 2017 से एक विशेष अभियान शुरू कर रहा है जिसके अंतर्गत छूटे हुए मतदाताओं का पंजीकरण किया जाएगा। अभियान के दौरान पहली बार मतदान करने वालों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा ताकि आयोग के आदर्श वाक्य ‘कोई मतदाता नहीं छूटे’ की दिशा में आगे बढ़ा जा सके।
अधिकतम पात्र मतदाताओं तक पहुंचने के लिए, आयोग फेसबुक के साथ सहयोग कर रहा है ताकि 1 जुलाई 2017 को पहला राष्ट्रव्यापी ‘मतदाता पंजीकरण स्मरण’ अभियान शुरू किया जा सके। भारत में 18 करोड़ से ज्यादा लोग फेसबुक पर हैं। ‘अभी पंजीकरण करें’ बटन भारतीय नागरिकों को निर्वाचन आयोग के साथ पंजीकृत करने के लिए तैयार किया गया है। 1 जुलाई को ‘मतदाता पंजीकरण स्मरण’ की एक अधिसूचना उन लोगों को भारत में फेसबुक पर भेजी जाएगी जो मतदान करने के योग्य हैं। याद दिलाने का कार्य 13 भारतीय भाषाओं- अंग्रेजी, हिन्दी, गुजराती, तमिल, तेलुगु, मलयालम, कन्नड, पंजाबी, बांग्ला, उर्दू, असमी, मराठी और उड़िया में किया जाएगा।
यह पहला मौका है जब फेसबुक के मतदाता पंजीकरण स्मरण को भारत में शुरू किया जाएगा। 2016-2017 में मुख्य निर्वाचन अधिकारियों ने सम्बद्ध राज्य के चुनावों के दौरान राज्य स्तर पर इस तरह के प्रयास किये थे।
फेसबुक पर ‘अभी पंजीकरण करें’ बटन पर क्लिक करके लोग नेशनल वोटर्स सर्विसेस पोर्टल(www.nvsp.in) पर पहुंचेगे जो उन्हें पंजीकरण की प्रक्रिया के जरिए निर्देश देगा।
‘मतदाता पंजीकरण स्मरण’ की राष्ट्रव्यापी शुरूआत के बारे में मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ नसीम जैदी ने कहा “ मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत का निर्वाचन आयोग छूटे हुए मतदाताओं को पंजीकृत करने के लिए विशेष अभियान चला रहा है, इसमें पहली बार मतदान करने वालों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। यह आयोग के आदर्श वाक्य ‘कोई मतदाता नहीं छूटे’ को पूरा करने कि दिशा में एक कदम है।
इस अभियान के अंतर्गत 1 जुलाई 2017 को फेसबुक भारत में फेसबुक का इस्तेमाल करने वाले सभी लोगों को अनेक भारतीय भाषाओं में मतदाता पंजीकरण की याद दिलायेगा। मैं सभी पात्र नागरिकों से आग्रह करता हूं कि वे पंजीकरण कराएं और मतदान करें। यानि अपने अधिकार पहचानें और कर्तव्य का पालन करें।
मुझे उम्मीद है कि इस पहल से निर्वाचन आयोग का पंजीकरण अभियान मजबूत होगा। यह भविष्य के मतदाताओं को निर्वाचन की प्रक्रिया में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करेगा और वे भारत के जिम्मेदार नागरिक बन सकेंगे।
फेसबुक द्वारा ‘मतदाता पंजीकरण स्मरण’ की भारत में पहली बार निर्धारित शुरूआत के बारे में फेसबुक की भारत, दक्षिण और मध्य एशिया की पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर सुश्री अंखी दास ने कहा कि लोग फेसबुक का इस्तेमाल सीखने, बातचीत करने और अनेक अन्य मुद्दों से जुड़ने के लिए करते हैं। हमारा विश्वास है कि जब कुछ और लोग जुडेंगे तो लोकतंत्र मजबूत होगा।