कीव: यूक्रेन ने रूस के हैकरों पर हालिया पावर ग्रिड, वित्तीय प्रणाली और अन्य बुनियादी सुविधाओं पर साइबर हमले का आरोप लगाते हुए कहा है कि इस बार रूस के हैकरों ने नए तरह के वायरस से हमला कर हमारे औद्योगिक प्रक्रियाओं को क्षति पहुंचाने की कोशिश की है।
यूक्रेन के सुरक्षा सेवा प्रमुख अलेक्जेंदर टकाचुक ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि इस साइबर हमले की साजिश निजी सॉफ्टवेयर कंपनियों और आपराधिक हैकर्स के सहयोग से रूस की सुरक्षा सेवा ने रची है। हमले से यह भी पता चला है कि यह उसी आदमी ने किया है जिसने इससे पहले ‘ब्लैकइनर्जी’ नाम के वायरस से साइबर हमला किया था।
रूस की संघीय सुरक्षा सेवा (एफ.एस.बी.) इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देने के लिए मौजूद नहीं था। इससे पहले यूक्रेन ने रूस पर आरोप लगाया था कि गत वर्ष नवंबर और दिसंबर में ही रूस ने 6500 साइबर हमले किए हैं। राष्ट्रपति पेट्रो पोरोशेनको ने विश्व आर्थिक फोरम को जनवरी में दिए एक साक्षात्कार में कहा था, ‘यह पूरे विश्व का रूस के खिलाफ वैश्विक साइबर युद्ध है।’ उल्लेखनीय है कि क्रीमिया मुद्दे को लेकर 2014 के बाद से ही दोनों देशों के संबंध खराब होने के बाद से ही यूक्रेन रूस पर साइबर हमले का आरोप लगाता रहा है, जिसका रूस ने बार-बार खंडन किया है।