25 C
Lucknow
Online Latest News Hindi News , Bollywood News

मैंने सलमान को माफ कर दिया लेकिन उसने हमारी जिंदगी तबाह कर दी

देश-विदेश

मुंबई: सलमान खान के खिलाफ निचली कोर्ट ने तो फैसला सुना दिया लेकिन इस मामले के पीडितों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ा। 28 सितम्बर 2002 को हादसे में मारे गए नुरूल्लाह महबूब शरीफ के बेटे फिरोज शेख का कहना है कि हादसे में उसके पिता की मौत हो गई और उसे पढ़ाई छोड़नी पड़ी। मुझे अपने परिवार को सहारा देने के लिए काम करना पड़ा। मुझे ढंग की नौकरी भी नहीं मिल पाई। शेख अब एक मेसन में काम करते हैं।

दो बच्चों के पिता फिरोज अपने पिता की मौत के समय स्कूल में पढ़ते थे। वे कहते हैं कि अभिनेता के माता-पिता के दिल पर जो आज गुजर रहा है, मैं उस दर्द को समझता हूं। मैंने उसे माफ कर दिया लेकिन उसने हमारी जिंदगी तबाह कर दी। फिरोज को सलमान खान बहुत पसंद है और उसने लगभग सभी फिल्में देखी हैं। उनका मानना है कि सलमान ने यह जानबूझकर नहीं किया था। यह हादसा था और मेरे पिता दुर्भाग्य से इसके शिकार हो गए।

वहीं नुरूल्लाह शरीफ की बीवी बेगम जहान को अपने पति की मौत के बाद नौकरानी के रूप में काम करना पड़ा। वे फैसले में देरी पर नारागजी जताते हुए कहती हैं कि सजा का कोई मतलब नहीं है। फैसला आने में 12 साल लग गए, अगर यह साल-दो साल के अंदर आता तो इसका कोई मतलब भी था। हम गरीब हैं इसका मतलब ये तो नहीं कि हमारी जिंदगी का कोई मतलब ही नहीं। सबूत बता रहे थे कि सलमान खान गाड़ी चला रहा था। बावजूद इसके उसने झूठ बोला और अपने ड्राइवर के सिर दोष मढ़ दिया।

बेगम जहान आगे कहती हैं कि मेरे पति के दोस्त ने मुझे बताया कि उनकी मौत हो गई है। मुझे पता नहीं था कि सलमान खान कौन है, बाद में पता चला कि वह एक्टर है। घटना के एक सप्ताह बाद मैं उसके गैलेक्सी अपार्टमेंट में गई लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने मुझे भगा दिया। लोग कहते हैं कि बड़ा दिल वाला है लेकिन हमारी कभी खबर नहीं ली।

Related posts

Leave a Comment

This website uses cookies to improve your experience. We'll assume you're ok with this, but you can opt-out if you wish. Accept Read More