भारत ने एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनिशप में अपना दबदबा बनाते हुए नया इतिहास रचा। अंतिम दिन पांच गोल्ड जीतने के साथ भारत ने मेडल टैली में अपनी बादशहात साबित करते हुए चीन को दूसरे स्थान पर खिसका दिया।
भारत ने रविवार को पांच गोल्ड, एक सिल्वर और तीन ब्रॉन्ज मेडल जीते और इस तरह से कुल 29 मेडल (12 गोल्ड, पांच सिल्वर और 12 ब्रॉन्ज) के साथ वह टॉप पर रहा। भारत का इससे पहले एशियाई चैंपियनशिप में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 22 पदक (दस गोल्ड, पांच गोल्ड और सात ब्रॉन्ज) था।
चीन आठ गोल्ड, सात सिल्वर और पांच ब्रॉन्ज मेडल लेकर दूसरे स्थान पर रहा। जापान 1973 से 1981 तक पहली पांच चैंपियनशिप में शीर्ष पर रहा था। इसके बाद चीन का दबदबा शुरू हुआ जो दो साल पहले वुहान तक रहा। भारत ने इस बार चीन का एकाधिकार समाप्त कर दिया। उसने हालांकि अगले महीने लंदन में होने वाली विश्व चैंपियनशिप को ध्यान में रखकर यहां दूसरी श्रेणी के एथलीटों को भेजा था।
भारत को हालांकि आखिरी दिन एक झटका भी लगा जब अर्चना अधव से श्रीलंका की निमाली वालिवर्षा कोंडा के विरोध के बाद महिलाओं की 800 मीटर दौड़ का गोल्ड मेडल छीन दिया गया और श्रीलंकाई एथलीट को चैंपियन घोषित कर दिया गया।
पुणे की 22 वर्षीय अर्चना ने दो मिनट दो सेकेंड में दौड़ पूरी करके 800 मीटर का गोल्ड पदक जीता था लेकिन निमाली ने बाद में विरोध दर्ज कराया कि भारतीय एथलीट ने फिनिश लाइन पर उन्हें पीछे से धक्का दिया था। इसके बाद अर्चना को अयोग्य घोषित कर दिया गया और दो मिनट 05:23 सेकेंड में दौड़ पूरी करने वाली निमाली को गोल्ड मेडल दे दिया गया।
#AsianAthleticsChampionships की मेडल तालिका में भारत शीर्ष स्थान पर, देश के लिए गर्व की बात और सभी खिलाड़ियों को बधाई एवं शुभकामनाएं!✌️😊🎉 pic.twitter.com/3VWQIST83M
— Vijay Goel (@VijayGoelBJP) July 10, 2017