देहरादून: प्रदेश के जनगणना, पुनर्गठन एवं निर्वाचन मंत्री मदन कौशिक ने कहा, जनसंख्या नियंत्रण विषय को आस्था व धर्म से जोड़ना उचित नहीं है, बल्कि यह विषय परिवार, प्रदेश और देश की समृद्धि से जुड़ा है। यह बात उन्होंने विश्व जनसंख्या दिवस पर मनाये जाने वाले जनसंख्या स्थिरीकरण पखवाड़ा के उद्घाटन के दौरान देहरादून नगर हाॅल में कही। उन्होंने कहा कि चिकित्सा व परिवार कल्याण विभाग द्वारा यह प्रयास सार्थक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कानून से किसी समस्या का हल नहीं, हमें जनजागरूकता पर बल देना होगा और हमें लोगों को आस्वस्त करना होगा कि जनसंख्या नियंत्रण विषय परिवार से लेकर देश तक आर्थिक समृद्धि के लिए अच्छा कदम है।
मंत्री मदन कौशिक ने कहा किसी भी देश पर जनसंख्या तब तक बोझ नहीं बनता है, जब तक कि वह जनता गरीब, अकुशल और शिक्षित न हो। इसलिए आवश्यकता इस बात कि है शिक्षा का स्तर और कार्यकुशलता को विकसित किया जाय। जनसंख्या नियंत्रण के लिए उन्होंने ऊधमसिंह नगर, हरिद्वार और देहरादून पर विशेष फोकस करने पर बल दिया। उन्होंने यह भी कहा जनसंख्या नियंत्रण के लिए हमें निर्वाचन प्रक्रिया के बूथ स्तर की तैयारी की भाँति चुनिन्दा भाग पर फोकस करना होगा।
स्थानीय विधायक खजानदास ने कहा जनसंख्या नियंत्रण में आशा बहनों का बहुत बड़ा योगदान है। क्योंकि आशा किसी परिवार को समझाने के लिए सबसे कारगर कदम होती हैं। उन्होंने यह भी कहा बेटी-बेटा को एक नजर से देखा जाय और भ्रूण हत्या पर कड़ी कार्रवाई की जाय।
निदेशक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन चन्द्रेश कुमार ने कहा परिवार नियोजन प्रदेश के विकास का अच्छा माॅडल है। नियोजित विकास से समाज की सुक्ष्मतम ईकाइ व्यक्ति का विकास होता है। उन्होंने कहा जनसंख्या दिवस पर आज प्रत्येक जिले में कार्यक्रम, रैली, गोष्ठी का आयोजन कर जन-जागरूकता पर बल दिया जा रहा है।
इस अवसर पर महानिदेशक स्वास्थ्य डीएस रावत, सीएमओ डीसी पन्त, अपर निदेशक स्वास्थ्य अर्चना श्रीवास्तव सहित गणमान्य उपस्थित थे।