लखनऊ: देश की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर आउटसोर्सिंग कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने लखनऊ में अपने कामकाज के बारे में मीडिया की रिपोर्ट पर सफाई देते हुए आज कहा कि कंपनी के इस कदम से किसी कर्मचारी का रोजगार नहीं छिनेगा।
हालांकि, टीसीएस के प्रवक्ता ने यह स्पष्ट नहीं किया कि कंपनी अपना लखनऊ का कार्यालय बंद करने जा रही है या नहीं।
प्रवक्ता ने यहां जारी एक बयान में कहा कि कंपनी के लखनऊ स्थित कार्यालय के कामकाज को लेकर मीडिया में भ्रामक खबरें और अफवाहें फैलाई जा रही हैं। टीसीएस यह स्पष्ट करना चाहती है कि वह अपने उत्तर प्रदेश के कामकाज को नोएडा में समेकित कर रही है और इससे किसी भी कर्मचारी का रोजगार नहीं जायेगा।
बयान में कहा गया कि टीसीएस यह सुनिश्चित करने पर काम कर रही है कि उसके कर्मचारियों को नोएडा तथा देश के अन्य केंद्रों पर तैनाती मिल सके।
मालूम हो कि मीडिया में खबरें आई थी कि टीसीएस अपने लखनऊ के कार्यालय को बंद कर रहा है और टीसीएस प्रशासन ने अपने वरिष्ठ अधिकारियों और कर्मचारियों से अपना काम जल्द पूरा करने के निर्देश दिए हैं।
इस बीच, प्रदेश के श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि जरूरत पड़ी तो सरकार टीसीएस लखनऊ में काम करने वाले 2000 कर्मचारियों के हितों की रक्षा के लिए कंपनी प्रशासन से बात करेगी।
प्रदेश के वक्फ राज्यमंत्री मोहसिन रजा ने कहा कि जरूरत पड़ी तो वह इस समस्या का हल निकालने के लिए टीसीएस प्रशासन और कर्मचारियों से बात करने को तैयार हैं।
मालूम हो कि लखनऊ में टीसीएस का कार्यालय करीब 30 साल से संचालित किया जा रहा है। यहां लगभग 2000 कर्मचारी काम करते हैं जिनमें से बड़ी तादाद महिलाओं की है। कर्मचारियों का कहना है की पारिवारिक परिस्थितियों की वजह से वह किसी दूसरे स्थान पर नहीं जा सकते हैं।