लखनऊ: मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से सम्बन्धित अधिकारियों को ललितपुर थर्मल पावर प्लाण्ट के लिए कोयले की आपूर्ति एम.ओ.यू. के माध्यम से नियमित लिंकेज की व्यवस्था होने तक जारी रखने के लिए निर्देशित किए जाने का अनुरोध किया है। साथ ही, उन्होंने यह भी अनुरोध किया है कि प्रदेश के इस पावर प्रोजेक्ट को, जिसका यूपी डिस्काॅम्स के साथ रेगुलेटेड टैरिफ के आधार पर शत-प्रतिशत ऊर्जा अनुबन्ध है, को शीघ्र नियमित कोल लिंकेज प्रदान किए जाने की अनुमति दी जाए।
प्रधानमंत्री को लिखे एक पत्र में मुख्यमंत्री ने कहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में ऊर्जा की जरूरत के मद्देनजर ललितपुर के नजदीक ललितपुर पावर जेनरेशन कम्पनी लिमिटेड (एल.पी.जी.सी.एल.) द्वारा 1980 मेगावाट (3ग660 मेगावाट) क्षमता की ऊर्जा परियोजना को विकसित किए जाने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री ने लिखा है कि यह कम्पनी उत्तर प्रदेश को इसके द्वारा उत्पादित की गई शत-प्रतिशत ऊर्जा को रेगुलेटेड टैरिफ और कोल लिंकेज का लाभ टैरिफ के माध्यम से यू.पी. स्टेट डिस्काॅम्स/उपभोक्ताओं तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध है। इस परियोजना को वर्ष 2007 में कोयला मंत्रालय द्वारा स्वीकृत की गई नई कोयला वितरण नीति को दृष्टिगत रखते हुए विकसित किया गया था। इस परियोजना हेतु लांग टर्म कोल लिंकेज के लिए वर्ष 2009 में आवेदन किया गया था।
मुख्यमंत्री ने पत्र में उल्लेख किया है कि जून 2013 में हुई सी.सी0ई.ए. की बैठक में केन्द्र सरकार ने ललितपुर टी.पी.पी. की 660 मेगावाट की दो यूनिटों के लिए कोयला आपूर्ति किए जाने का निर्णय लिया था। सी.सी.ई.ए. के निर्णय के आधार पर जुलाई, 2013 में ललितपुर टी.पी.पी. को कोयला आपूर्ति किए जाने के निर्देश दिए गए थे। ललितपुर टी.पी.पी. जोकि इस समय स्थापित हो रहा है, को कोयले की आपूर्ति एम.ओ.यू. के आधार पर सी.आई.एल. की सहायक कम्पनियों द्वारा की जा रही है।
यह समझा जा रहा है कि केन्द्रीय कोयला मंत्रालय इन ऊर्जा संयंत्रों के लिए मात्र जून, 2015 तक ही कोयले की आपूर्ति किए जाने पर विचार कर रहा है और उसके बाद यह आपूर्ति ई-नीलामी द्वारा परिवर्तित कर दी जाएगी। यह यूपी डिस्काॅम्स द्वारा नगरीय और ग्रामीण उपभोक्ताओं के लिए ऊर्जा उपलब्ध कराने की दिशा में एक बड़ी बाधा होगी। चरम गर्मी के मौसम में कोयले की आपूर्ति बाधित होने से निश्चित रूप से प्रदेश के उपभोक्ताओं और किसानों को पीड़ा पहुंचेगी।
मुख्यमंत्री ने लिखा है कि केन्द्र सरकार द्वारा एक सुविचारित और उपभोक्ताओं के हित में लिए गए कैबिनेट निर्णय को बदले जाने से उत्तर प्रदेश के लोगों को ऊर्जा उपलब्ध कराने की प्रतिबद्धता को धक्का पहुंचेगा। इसलिए ललितपुर थर्मल पावर प्लाण्ट के लिए कोयले की आपूर्ति जारी रखी जाए।