लखनऊ। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सामाजिक तथा जातिगत जटिलताओं के सामने कानून तथा सरकार भी नतमस्तक है। बागपत में आज ऊंची जाति के दबंगों ने एक दलित महिला का अंतिम संस्कार रोककर इसका उदाहरण पेश कर दिया।
बागपत के बड़ौत के सिनोली गांव में तीन शमसान घाट हैं। इनमें से दो में अलग अलग बिरादरी अंतिम संस्कार करती हैं। एक पर कुछ दबंगों ने कब्जा किया हुआ हैं। दलित वर्ग के लोगों का कहना है की वो शमशान उनका हैं। कुछ लोग उनको वहां अंतिम संस्कार नही करने देते। आज दिन में एक दलित युवती की मौत हो गयी तो वहां अंतिम संस्कार नही करने दिया गया। इसके बाद दलित बड़ौत तहसील गए और हंगामा किया। बसपा विधायक लोकेश ने वहां पर मौजूद अधिकारियों से जम मौके पर चलने को कहा तो उनकी अधिकारिओं से नोकझोक हुई। अभी तक अंतिम संस्कार नहीं हो सका है। मृतका के परिवार के कुछ लोग तहसील में जमे हैं। शमशान घाट पर पुलिस तैनात है। वहां पर तनाव के हालात बने हैं। तमाम प्रशासनिक तथा पुलिस के अधिकारी मामला सुलझाने के प्रयास में जुटे हुए हैं।
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