लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा सड़क दुर्घटनाओं व इन दुर्घटनाओं के कारणों से हो रही मृत्यु, गम्भीर व साधारण चोट आदि पर अंकुश लगाए जाने हेतु निरन्तर रूप से प्रभावी सघन अभियान चलाए जाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा है कि यातायात व्यवस्था में सुधार व सड़क दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाया जाना वर्तमान सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
यह जानकारी देते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि इन निर्देशों के क्रम में यातायात सम्बन्धी अपराधों के विरुद्ध अभियान चलाकर प्रभावी कार्यवाही की जाएगी। इसके तहत प्रारम्भ में दिनांक 28 जुलाई, 2017 से 02 सप्ताह अर्थात् 28 जुलाई, 2017 से 10 अगस्त, 2017 तक प्रभावी सघन अभियान चलाकर अभियान में सम्मिलित बिन्दुओं इस प्रकार कार्यवाही की जाएगी:
दिनांक कार्यवाही के बिन्दु
28 जुलाई, 2017 हेलमेट न धारण करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही
29 जुलाई, 2017 सीट बेल्ट न पहनने वालों के विरुद्ध कार्यवाही
31 जुलाई, 2017 वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही
02 अगस्त, 2017 वाहनों पर हूटर, सायरन, प्रेशर हाॅर्न व वाहनों पर काली फिल्म लगाए जाने के विरुद्ध कार्यवाही
04 व 05 अगस्त, 2017 निर्धारित गति से सीमा से अधिक तेज वाहन चलाने वालों व मदिरा/मादक द्रव्यों का सेवन कर वाहन चलाने वालों के विरुद्ध कार्यवाही
08 अगस्त, 2017 वाहन चलाते समय मोबाइल फोन का उपयोग करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही
09 अगस्त, 2017 सीट बेल्ट न पहनने वालों के विरुद्ध कार्यवाही
10 अगस्त, 2017 हेलमेट न धारण करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही
प्रवक्ता ने बताया कि अभियान में यातायात पुलिस व नागरिक पुलिस (शहरी व ग्रामीण क्षेत्र) दोनों द्वारा कार्यवाही की जाएगी। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में वर्ष 2016 में सड़क दुर्घटनाओं में कुल 19,320 व्यक्तियों की मृत्यु हुई है। पिछले 05 वर्षों के विश्लेषण से ज्ञात हुआ है कि वर्ष 2012, 2013 एवं 2016 में ग्रामीण क्षेत्रों में शहरी क्षेत्रों की तुलना में सड़क दुर्घटनाओं व इन दुर्घटनाओं में मृत/घायल व्यक्तियों की संख्या अधिक है। इसके मद्देनजर ग्रामीण क्षेत्रों में इस अभियान में विशेष रुचि लिए जाने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि अभियान के दौरान यह विशेष ध्यान रखा जाए कि किसी भी प्रकार की अवैध वसूली न हो। पुलिसकर्मी किसी के साथ दुव्र्यवहार न करें और अपना कार्य शालीनता व कड़ाई से करें। बुजुर्ग, महिला, दिव्यांगों व एम्बुलेन्स, मरीज को कोई असुविधा न होने पाए। इस अभियान के दौरान कार्यालय समय व बच्चों के स्कूल के समय का विशेष ध्यान रखा जाए। अभियान के कारण किसी को कार्यालय अथवा स्कूल जाने में विलम्ब अथवा असुविधा न हो तथा ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न न होने पाए। चेकिंग के दौरान कोई पक्षपात व भेदभाव न किया जाए।
प्रवक्ता ने कहा कि जनपद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक अपने अधीनस्थों को व्यक्तिगत रूप से ब्रीफ करते हुए अपने जनपद में दिनांक 28 जुलाई, 2017 से 10 अगस्त, 2017 तक (02 सप्ताह) विशेष अभियान चलाकर प्रभावी कार्यवाही कराया जाना सुनिश्चित करें।