देहरादून: जिलाधिकारी तथा अध्यक्ष जनपदीय परियोजना समिति रमसा (राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान) एवं कार्यक्रम सलाहकार समिति डायट (जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान) देहरादून एस ए मुरूगेसन की अध्यक्षता में विकासभवन सभागार में समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। रमसा तथा डायट के अधिकारियों द्वारा बैठक में विभागीय गतिविधियों, वित्तीय पहलुओं तथा विभाग/संस्थान द्वारा किये जाने वाले क्रियाकलापों का विस्तृत विवरण प्रेजेंटेशन के माध्यम से जिलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया गया।
जिलाधिकारी ने रमसा तथा डायट के अन्तर्गत किये जाने वाले कार्यों की प्रगति बढाने हेतु नई तकनीक तथा नये स्टैप्स अमल में लाने के निर्देश दिये, साथ ही शिक्षा की गुणवत्ता, आवश्यकता के अनुरूप उसकी दिशा, अनुसंधान, प्रशिक्षण को उचित तरीके से सम्पादित करने तथा सम्पूर्ण कार्याें में वित्तीय तथा अन्य प्रकार की पारदर्शिता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होने रमसा योजना में कक्षा 8 के पश्चात 9वीं कक्षा में जाने तक बच्चो ंके ड्राप आउट (स्कूल छोड़ने) के कारणों को जानते हुए इसे रोकने के कदम उठाने तथा बच्चों को प्रवेश लेने हेतु प्रेरित करने व विषय चयन में उनकी प्रोपर कांउसिलिंग करने के निर्देश दिये। उन्होने शिक्षा के अन्तर्गत तैयार किये गये विभिन्न आंकड़ों का संयोजन क्रास चैकिंग के माध्यम से करने के निर्देश दिये, जिससे शिक्षा व बच्चों से सम्बन्धित सही-सही आंकड़े प्राप्त हो सकें। उन्होने स्कूल के निर्माण में कहीं पर भी जमीन की बाधा के मामलों को स्थानीय स्तर पर सुलझाने, शुरू किये गये निर्माण कार्यों को हर हाल में पूर्ण करने तथा निर्माण कार्यों का कहीं पर भी किसी भी प्रकार का भुगतान शीघ्रता से करवाने के निर्देश दिये। उन्होने किसी भी स्कूल को अनावश्यक रूप से स्कूल की प्रगति को अधिक दर्शानें के लिए अनावश्यक आंकड़ों से बचने तथा कार्यक्रम के तहत विभिन्न मदों में जारी किये गये बजट को मानक के अनुसार धरातल पर खर्च करने के निर्देश दिये। उन्होने डायट से जुड़े अधिकारियों को शिक्षण तथा प्रशिक्षण कार्यों में एक्शन रिसर्च, फिल्ड का वास्तविक सर्वे, समय-2 पर स्कूलों में रिसर्च आधारित कार्यशाला का आयोजन करने तथा प्रशिक्षण में नई तकनीक का समावेश करने के निर्देश दिये।
इस अवसर पर परियोजना अधिकारी रमसा ने अवगत कराया कि राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के लिए वित्तीय वर्ष 2017-18 हेतु 12,74,13000(बारह करोड़ चैहत्तर लाख तेरह हजार) की धनराशि स्वीकृत हो चुकी है तथा उन्होने भविष्य में वित्तीय आपूर्ति को समय से मिलने की अपेक्षा की, जिससे समय रहते योजना के तहत कार्यक्रमों का कुशल संचालन किया जा सके।
इस अवसर पर प्रधानाचार्य डायट राकेश चन्द्र जुगरान ने अवगत कराया कि संस्थान को वित्तीय वर्ष 2017-18 में 39.39 लाख बजट की धनराशि की स्वीकृति मिल चुकी है तथा संस्थान द्वारा स्थानीय भाषा, बोली तथा परम्पराओं पर लगातार अनुसंधान कर रहा है साथ ही शिक्षा से सम्बन्धित विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है। उन्होने कहा कि संस्थान स्थानीय भाषाओं को आसानी से सीखने के नये तौर तरीके विकसित कर रहा है, जिसके क्रम में संस्थान वर्तमान में जौनसारी परम्पराओं, रीति-रिवाज व भाषा पर आधारित शब्दकोष (डिक्शनरी) तैयार कर रहा है।
इस अवसर पर मुख्य शिक्षा अधिकारी एस.वी जोशी, माध्यमिक जिला शिक्षा अधिकारी वाई.एस चैधरी, जिला शिक्षा अधिकारी प्राथमिक हेमलता भट्ट सहित रमसा, डायट से जुड़े अधिकारी/कार्मिक उपस्थित थे।