लखनऊ: उत्तर प्रदेश के आबकारी विभाग के प्रमुख सचिव श्री किशन सिंह अटोरिया ने आज यहां डालीबाग स्थित गन्ना संस्थान के सभागार में आबकारी अधिकारियों के साथ विभागीय कार्यों की समीक्षा बैठक के दौरान चेतावनी देते हुये कहा कि जिन अधिकारियों को उनके कार्यों के आधार पर 12 या उससे कम अंको की ग्रेडिंग मिली है वे अगले माह तक अपने कार्यों में सुधार लायें अन्यथा उनके विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी।
साथ ही उन्होने कहा कि जिन अधिकारियों की ग्रेडिंग मानक के अनुसार है वे इसे बनाये रखंे, और अधिक मेहनत करें ताकि ग्रेडिंग शत-प्रतिशत हो। उन्होने कहा कि अधिकारी प्रवर्तन कार्यों में सुधार लायें, फर्जी दुकानांे को चेक करें, स्टाॅक रजिस्टर में अंकन करें तथा राजस्व लक्ष्य की पूर्ति करें। श्री अटोरिया ने उच्च अधिकारियों से कहा कि वे अपने जोन के जनपदों की मासिक समीक्षा करें तथा लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए कठोर से कठोर कार्यवाही करें। उन्होने कहा कि बार्डर तथा मध्य क्षेत्र के जनपदों को एलर्ट रहने की ज्यादा जरूरत है। अधिकारियों को चाहिये कि वे दूरस्थ गांवों में जाकर छापे मारंे, पकड़े गये व्यक्तियों या दुकानदारों के खिलाफ एफ0आई0आर0 दर्ज करायें और यदि जरूरत पड़े तो आई0पी0सी0 की धारा लगायंे।
श्री अटोरिया ने कहा कि पर्यवेक्षणीय अधिकारी जिले की टीम को लीड करें, छापे डलवायें और बड़े-बड़े गिरोहों का फण्डाफोड़ करें। इण्टर जोन तथा इण्टर मण्डल चेकिंग पर विशेष ध्यान दिया जाये। इन कार्यों में शिथिलता के दोषी पाये जाने वाले जिला आबकारी अधिकारियों के खिलाफ भी कार्यवाही की जायेगी।
समीक्षा बैठक में प्रमुख सचिव ने विदेशी मदिरा, देशी मदिरा, बीयर तथा शीरा आरक्षण के बारे में विस्तार से चर्चा की। इन मदों में पडे़ पुराने बकायों की वसूली में तेजी लाने तथा न्यायालयों में पेंडिग केसों को शीघ्र-अति-शीघ्र निपटाने के निर्देश दिये ।
समीक्षा बैठक में शासन के उच्च अधिकारियों के अलावा आबकारी विभाग के समस्त संयुक्त आबकारी आयुक्त, उप आबकारी आयुक्त, जिला आबकारी अधिकारी एवं आसवनियों के प्रभारी अधिकारी मौजूद थे।