नई दिल्ली: भारत सरकार ने बिक्री पेशकश या ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के जरिए हिन्दुस्तान कॉपर लिमिटेड की चुकता इक्विटी के 6.83 प्रतिशत का विनिवेश किया है। सरकार को इस विनिवेश से लगभग 400 करोड़ रुपये प्राप्त होने की संभावना है। इससे संबंधित ट्रेडिंग 2 और 3 अगस्त, 2017 को हुई। न्यूनतम मूल्य (फ्लोर प्राइस) प्रति शेयर 64.75 रुपये (प्रत्येक 5 रुपये का अंकित मूल्य) तय किया गया था। खुदरा निवेशकों को गैर-खुदरा श्रेणी के लिए कट ऑफ प्राइस पर 5 फीसदी छूट की पेशकश की गई थी।
आरंभिक प्रस्ताव के तहत 4 फीसदी चुकता पूंजी का विनिवेश किया जाना था, जिसमें 4 फीसदी तक अभिदान को अपने पास बनाए रखने का विकल्प था। गैर-खुदरा हिस्से की ट्रेडिंग की शुरुआत 2 अगस्त, 2017 को हुई। गैर-खुदरा श्रेणी के लिए पेशकश किये गये 2.96 करोड़ शेयरों के सापेक्ष 5.05 करोड़ शेयरों की बोलियां प्राप्त हुईं, जिसके परिणामस्वरूप 1.71 गुना अभिदान संभव हो पाया। इसके फलस्वरूप सरकार ने इस पेशकश या ऑफर के आकार को बढ़ाकर चुकता पूंजी का 6.83 फीसदी कर दिया।
हिन्दुस्तान कॉपर लिमिटेड के ओएफएस के खुदरा हिस्से को खुदरा निवेशकों की ओर से अच्छा समर्थन मिला तथा 1.26 करोड़ शेयरों के संशोधित ऑफर को भी पूर्ण अभिदान प्राप्त हुआ।
कुल मिलाकर हिन्दुस्तान कॉपर लिमिटेड (एचसीएल) के ओएफएस को निवेशकों की ओर से भरपूर समर्थन मिला। यह चालू वित्त वर्ष अर्थात 2017-18 में केन्द्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम (सीपीएसई) की ओर से चौथा ओएफएस है। इस ओएफएस के बाद एचसीएल में सरकार की हिस्सेदारी घटकर 76.05 फीसदी के स्तर पर आ जाएगी।