शिक्षा के क्षेत्र में अल्पसंख्यकों के विकास के लिए समर्पित जानेमाने एन.जी.ओ. “सहायता ट्रस्ट” ने अल्पसंख्यक विद्यार्थियों का बी.टेक. का संपूर्ण शिक्षण शुल्क चुकाने की अभिनव योजना शुरू की है. “सहायता ट्रस्ट” इस योजना को विभिन्न शासकीय छात्रवृत्ति योजनाओं व बाराबंकी (उत्तरप्रदेश) स्थित जहांगीराबाद इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी (जेआईटी) के सहयोग से लागू करेगा.
“सहायता ट्रस्ट” के सीईओ सैय्यद अनीसुद्दीन के अनुसार, अल्पसंख्यक समुदाय की 100 लड़कियों और 50 लड़कों की इस योजना के अंतर्गत मदद की जाएगी. लाभार्थियों का चुनाव एक ऑनलाइन टेस्ट के जरिये किया जायेगा. इस टेस्ट में 50 बहुविकल्पीय प्रश्न होंगे। ऑनलाइन टेस्ट घर से बैठकर दिया जा सकता है।
जो विद्यार्थी यह टेस्ट देने के लिए इच्छुक हैं, वे www.jit.edu.in पर जाकर, “सहायता स्कालरशिप ऑनलाइन टेस्ट” पर क्लिक कर, अपना पंजीकरण करवा सकते हैं. पंजीकरण 20 जुलाई से 20 अगस्त के बीच किसी भी समय ऑनलाइन कराया जा सकता है. टेस्ट गणित, भौतिकी और रसायनशास्त्र के इंटरमीडिएट स्तर के पाठ्यक्रम पर आधारित होगा. अधिक जानकारी के लिए, उम्मीदवार मोबाइल नंबर +91 8712900055 पर फ़ोन कर सकते हैं अथवा इस पते पर ईमेल कर सकते हैं: sahayatatest@gmail.com
सैय्यद अनीसुद्दीन ने बताया कि, “हमारा लक्ष्य अल्पसंख्यक समुदाय के विद्यार्थियों को गुणात्मक शिक्षा उपलब्ध करवाना है. हमने उत्तर भारत के इंजीनियरिंग कॉलेजों के सर्वेक्षण के आधार पर, कई कारणों से, जहांगीराबाद इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी को चुना है. यह कॉलेज लखनऊ से केवल 45 मिनट की दूरी पर स्थित है. संस्थान का शैक्षणिक स्टाफ अनुभवी है, संस्थान की आधारभूत संरचना मज़बूत है, वातावरण अच्छा है, प्रयोगशालाएं सुसज्जित हैं और हॉस्टल की उत्तम व्यवस्था है”.
उनके अनुसार, “सहायता ट्रस्ट” ऐसे लड़कों, जिन्होंने बारहवीं कक्षा में 85 प्रतिशत या अधिक और ऐसी लड़कियों, जिन्होंने 65 प्रतिशत या अधिक अंक अर्जित किये हैं, की आर्थिक सहायता की जाएगी।
जेआईटी के निदेशक डॉ. (प्रो.) ख्वाजा एम रफ़ी ने सहायता ट्रस्ट के साथ इस समझौते पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रयास से देश के अल्पसंख्यक समुदाय के आर्थिक दृष्टि से कमज़ोर वर्ग के विद्यार्थियों की शैक्षणिक प्रगति में मदद मिलेगी.
भवदीय
डॉ. (प्रो.) ख्वाजा एमरफी
निदेशक
जहांगीराबाद इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी
बाराबंकी-उत्तर प्रदेश