नई दिल्ली: भारत सरकार के रसायन व उर्वरक मंत्रालय का औषधि विभाग 16 से 31 अगस्त, 2017 तक स्वच्छता पखवाड़ा मनाएगा।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने स्वच्छ भारत के सपने को पूरा करने के लिए सभी मंत्रालयों व विभागों से स्वच्छता पखवाड़ा को गंभीरता के साथ बड़े पैमाने पर मनाये जाने के महत्व को रेखांकित किया है।
विभाग ने स्वच्छता से संबंधित गतिविधियों की एक कार्ययोजना तैयार की है और इसे लागू करने के लिए सभी संगठनों को प्रेषित किया है। स्वच्छता पखवाड़े के दौरान औषधि विभाग अपने अंतर्गत आने वाले सभी कार्यालयों, विभागों, स्वायत्त संस्थाओं और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों में स्वच्छता कार्यक्रम का शुभारंभ करेगा। विभाग स्वच्छता से संबंधित कई अन्य कार्यक्रम भी चलाएगा जैसे अनुपयोगी फाइलों को समाप्त करना तथा कार्यालय परिसरों को स्वच्छ बनाना।
इसके अतिरिक्त विभाग ने सरकार की इस महत्वपूर्ण पहल में औषधि कंपनियों, मेडिकल उपकरण निर्माताओं, व्यापारियों, दुकानदारों तथा उनके संगठनों के साथ साझेदारी की है। 14 अगस्त, 2017 को सचिव (औषधि) ने औषधि उद्योग के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की और उन्हें निम्न सुझाव दिये।
- कर्मचारियों में स्वच्छता को लेकर जागरूकता पैदा करें तथा उन्हें अपने आसपास के क्षेत्रों की स्वच्छता को लेकर भी जागरूक बनायें।
- एक क्षेत्र को गोद लें और स्थानीय संस्थाओं की साझेदारी से इसे स्वच्छ बनायें। यह कार्य स्वच्छता पखवाड़े के बाद भी जारी रखा जा सकता है।
- राष्ट्रीय व क्षेत्रीय स्तर पर मीडिया की सहायता से स्वच्छता अभियान के प्रति जागरूकता बढ़ायें।
- स्वच्छता पर आधारित एक पुरस्कार की घोषणा करें , जिसे औषधि/मेडिकल उपकरण संगठनों के वार्षिक सम्मेलन के दौरान औषधि निर्माता/विक्रेता को प्रदान किया जा सकता है।
इस अवसर पर सचिव (औषधि) के द्वारा 16 अगस्त, 2017 को विभागीय कर्मियों को स्वच्छता-शपथ दिलायी गई। इसी प्रकार की शपथ पीएसयू और एनआईपीईआर के कर्मियों को भी दिलाई गई।
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