नई दिल्ली. दिल्ली हाई कोर्ट ने अब ऑनलाइन ब्लू व्हेल गेम को बैन करने को लेकर सख्त रवैया दिखाया है. याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र और दिल्ली पुलिस को नोटिस भेज उनका जवाब मांगा है. इसके साथ ही दिल्ली हाई कोर्ट ने फेसबुक, गूगल, याहू और केंद्र सरकार को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. ब्लू व्हेल गेम के द्वारा बच्चों में आत्महत्या की बढ़ती प्रवृत्ति पर भी चिंता हाई कोर्ट ने चिंता जताई है. वहीं इस मामले पर अगली सुनवाई 19 सितंबर को तय की गई है.
Delhi High Court issues notice to Centre & Delhi Police & seeks their response on a plea seeking ban on online game 'Blue Whale Challenge' .
— ANI (@ANI) August 22, 2017
Delhi High Court issues notice to Centre & Delhi Police & seeks their response on a plea seeking ban on online game 'Blue Whale Challenge' .
— ANI (@ANI) August 22, 2017
ब्लू व्हेल’ चैलेंज ने लोगों के दिल में दहशत पैदा कर दी है. यह गेम बच्चों को आत्महत्या के लिए उकसा रहा है. मुंबई के उपनगरीय अंधेरी इलाके में 14 वर्षीय एक छात्र ने ब्लू व्हेल के “सुसाइड चैलेंज” के तहत टास्क पूरा करते हुए 29 जुलाई को एक इमारत के पांचवें माले से कूदकर आत्महत्या कर ली थी. वहीं इंदौर के चमेली देवी पब्लिक स्कूल में सातवीं कक्षा का 13 वर्षीय छात्र तीसरी मंजिल की रैलिंग फांदकर नीचे छलांग लगाने की कोशिश कर ही रहा था. लेकिन दोस्तों की सतर्कता से उसकी जान बच गई थी. कुछ दिनों पहले ही केरल में 11वीं कक्षा के एक छात्र ने संदिग्ध हालात में खुदकुशी कर ली थी.
क्यों है इतना खतरनाक ब्लू व्हेल गेम?
‘ब्लू व्हेल गेम’ रूस के फिलिप बुडेकिन नाम के शख्स ने 2013 में बनाया था. ये एक ऐसा चैलेंज है, जिसमें आपको ग्रुप के एडमिन के द्वारा दिए गए कई टास्क को पूरा करना होता है 50 दिनों के अंदर. हर टास्क पूरा होने पर प्लेयर को अपने हाथ पर एक कट लगाने के लिए कहा जाता है. आखिरी में जो इमेज उभरती है, वो व्हेल मछली की तरह होती है. गेम खेलने वाले को हर दिन एक कोड नंबर दिया जाता है. इसमें हाथ पर ब्लेड से F57 लिखकर इसकी फोटो अपलोड करने के लिए कहा जाता है. इस गेम का एडमिन स्काइप के जरिए गेम खेलने वाले से बात करता रहता है. गेम का विनर उसे ही घोषित किया जाता है, जो अंतिम दिन जान दे देता है.
किस मकसद से बनाया गया ये गेम?
2016 में इस गेम के डेवलपर फिलिप वुडकिन को खुदकुशी के लिए उकसाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था. तब तक इस गेम की वजह से 15 बच्चों ने खुदकुशी की थी. वुडकिन से पुलिस पूछताछ में पता चला कि वह साइकोलॉजी का स्टूडेंट है. वुडकिन ने पुलिस को बताया कि उसका मकसद समाज की सफाई करना है. वुडकिन के मुताबिक जो अपने जीवन का मूल्य नहीं समझते वो समाज के लिए कचरा हैं और उनकी सफाई करना जरूरी है.