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जनपद पौड़ी गढ़वाल के विकास खण्ड खिर्सू में प्रथम खिर्सू ग्रीष्मोत्सव का उद्घाटन अवसर पर मंचासीन मा0 मुख्यमंत्री हरीश रावत

उत्तराखंड
पौड़ी/देहरादून: पर्यटन नगरी पौड़ी में प्राकृतिक रुप से सुशोभित क्षेत्र खिर्सू में प्रथम खिर्सू ग्रीष्मोत्सव का उद्घाटन मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा घण्डियाल देवता के चरणों में प्रणाम करते हुए किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि खिर्सू को प्रकृति ने खूब संवारा है और इसे पर्यटन नगरी बनाने में क्षेत्र के लोगों का सहयोग आवश्यक है। उन्होंने कहा कि खिर्सू, पौड़ी, श्रीनगर एवं लैंसडौन को पर्यटन सर्किट के रुप में तैयार कर पर्यटकों को आकर्षित करने की सरकार की मंशा है और इस सर्किट को योजनाबद्ध तरीके से अपनाकर ही पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा सकता है।

उन्होंने खिर्सू खेल मैदान में मंच की व्यवस्था के लिये संसदीय सचिव एवं क्षेत्रीय विधायक गणेश गोदियाल एवं अपनी ओर से 5-5 लाख रू0 की धनराशि उपलब्ध कराने का आश्वासन क्षेत्रीय जनता को दिया। उन्होंने कहा कि आज हमारी सांस्कृतिक विरासत खतरे में है जबकि सीमान्त क्षेत्र में संस्कृति अभी संरक्षित है और बीच के स्थानों अल्मोड़ा, पौड़ी, टिहरी में लोगों के पलायन के साथ ही संस्कृति का भी पलायन हो रहा है। उन्होंनंे सांस्कृतिक पुनरोत्थान किये जाने की आवश्यकता जताई साथ ही उत्तराखण्ड में समृद्ध संस्कृति को पुर्नजाग्रित करने की आवश्यकता बताई। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही राज्य में दो सांस्कृतिक मेलों का आयोजन किया जायेगा जिसकी शुरूआत ऋषिकेश एवं अल्मोड़ा के जागेश्वर नामक स्थान से की जायेगी। उन्होंने चारधाम यात्रा के अलावा अन्य सांस्कृतिक गतिविधियों को चलाने के लिये कलाकारों को पुरस्कृत किये जाने की भी योजना बनाये जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि उŸाराखण्ड को विकास की गति देने में आज शिक्षा, खेती और हुनर की आवश्यकता है। आज आईटीआई स्कूलों की आवश्यकता नहीं है बल्कि तकनीकि ज्ञान की आवश्यकता है। इसके लिये नर्सिंग कालेज खोले जा रहे हैं जिनकी मांग व्यवसायिक दृष्टि से आज बढ़ रही है। खिर्सू में पंथ्यादादा के नाम से आईटीआई संस्थान खोला जायेगा। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा प्राईमरी अध्यापकों की पूर्ति कर दी गई है तथा आगामी माह सितम्बर तक हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट विद्यालयांे में भी अध्यापकों की तैनाती स्थानीय स्तर पर की जायेगी। उन्होंने शिक्षा के पुनरोत्थान करने के साथ ही पहाड़ में खतरे की कगार पर पहुंची खेती को जिसमें मुख्य रूप से मंडुवा, उड़द, काला भट्ट, चैलाई है, इनका उत्पादन बढ़ाये जाने तथा उस पर बोनस दिये जाने के लिये कृषि विभाग को काश्तकारों के फसल के क्षेत्रफल की नापजोख करने के निर्देश दिये। उन्होंने इसके अलावा राजमा, फांफर, पल्थी, अनारदाना, माल्टा, नींबू, भीमल, खडि़क, गेंठी, तिमला तथा अखरोट के वृक्ष खाली पड़ी जमीन पर लगाने के साथ हीउत्पादन बढ़ाते हुए खेती को न छोड़ने का आह्वान लोगों से किया। उन्होंने कहा कि काश्तकारों की खाली पड़ी जमीन पर जड़ी बूटी के उत्पादन पर काश्तकारों को तीन साल तक इसका मुआवजा दिलाया जायेगा। उन्होंने बताया कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिये तथा पहाड़ से पलायन को रोकने के लिये बाजारों व हाटों को विकसित कर रोजगार के अवसर तलाशे जायेंगे। उन्होंने बताया कि राज्य मे 70 महिला स्वयं सेवी समूह हैं जो 2 करोड़ रू. की पूंजी का आदान-प्रदान कर रहीं हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं के लिये विभिन्न व्यवसायों में प्रशिक्षण के लिये दो हजार मास्टर क्राफ्ट महिलायें तैयार कर उनके द्वारा अन्य महिलाओं को प्रशिक्षित कर रोजगार की दिशा में बढ़ाया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य में 8 आईटीआई खोले जा रहें हैं जिनमें से 3 आईटीआई विशुद्व रूप से महिलाओं को ड्राइविंग लाइसेंस देने के लिये खोले जायेंगंे। उन्होंने बताया कि सरकार निकट भविष्य में 1 हजार महिला पुलिस कांस्टेबलों की भर्ती करेगी तथा प्रत्येक थाने में इस वर्ष से एक-एक महिला एसआई की नियुक्ति भी की जायेगी। उन्होंने बताया कि विशुद्व रूप से महिलाओं को रोजगार दिये जाने के लिये प्रान्तीय रक्षक दल तथा होमगार्ड में 25 प्रतिशत महिलायें भर्ती होंगी जो आंतरिक सुरक्षा के कार्य में हाथ बंटायेंगीं। उन्होंने बताया कि आगामी समय में विभिन्न विभागों के 20 हजार पदों पर अधीनस्थ चयन आयोग के माध्यम से भर्ती की जायेगी जिसके लिये विभागों को पुनर्गठन प्रस्ताव लाने के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने बताया कि अब राज्य में 60 वर्ष से ऊपर के महिला/पुरूषों को कोई न कोई पेंशन अवश्य दी जायेगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि वे कर्मचारियों का दुख-दर्द समझते हैं और राज्य की माली हालत पटरी पर आ जाने पर उनकी समस्याओं का भी समाधान किया जायेगा। उन्हांेने क्षेत्रीय विधायक गणेश गोदियाल को कल का भविष्य बताया। इस अवसर पर उन्होंने खिर्सू खेल मैदान का नाम आजाद हिन्द फौज के सेनानी स्व0 श्री तारा सिंह रावत के नाम तथा खेल मैदान का डीपीआर तैयार करने के निर्देश सीडीओ को दिये। इसके अलावा कठूली में डंगू नामक तोली सड़क का निर्माण, खिर्सू-धोरिया तक 3 किमी सड़क निर्माण, गजेलीसौंड़ से खेड़ाखाल मोटरमार्ग को मंगलाकोटी तक बढ़ाये जाने की स्वीकृति के साथ ही ग्रीष्मोत्सव को सांस्कृतिक मेले के रुप में पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा दिये जाने के लिये ग्रीष्मोत्सव कमेटी खिर्सू के पदाधिकारियों को बधाई दी।
 इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रावत द्वारा क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रहे फार्मेसिस्ट परमानन्द गेथवाल, मेडिकल कालेज श्रीनगर के सर्जन डा0 केपी सिंह समेत श्रीनगर के व्यवसायी संजय जैन को भी पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक गणेश गोदियाल, कांग्रेस जिलाध्यक्ष गोविन्द सिंह रावत, नगरपालिका श्रीनगर के अध्यक्ष विपिन मैठाणी, नगरपालिका पौड़ी के अध्यक्ष यशपाल बेनाम, बृजमोहन उप्रेती, तथा ब्लाक प्रमुख सुषमा नेगी ने भी जनता को सम्बोधित किया। कार्यक्रम में अपने विचार रखते हुए ग्रीष्मोत्सव खिर्सू के अध्यक्ष लखपत भण्डारी ने मा0 मुख्यमंत्री समेत क्षेत्रीय विधायक एवं खिर्सू की संभ्रांत जनता का धन्यवाद ज्ञापित किया तथा लोगों से इस महोत्सव को और अधिक बहुपयोगी बनाने के लिये अपना सहयोग मेला समिति को देने की बात कही। ग्रीष्मोत्सव खिर्सू के उद्घाटन अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्कूली छात्र-छात्राओं द्वारा की गई मार्चपास्ट की सलामी ली तथा मुख्यमंत्री के अभिवादन, स्वागत के लिये श्रीगढ़कला सांस्कृतिक संस्था द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया साथ ही मुख्यमंत्री ने ग्रीष्मोत्सव उद्घाटन अवसर पर रस्सा कस्सी प्रतियोगिता का हरी झण्डी दिखाकर शुभारंभ किया। इस अवसर पर खिर्सू विकासखण्ड के 18 ग्राम पंचायतों को 25-25 हजार रू0 के चैक भी वितरित किये गये। इसके अलावा सूचना विभाग पौड़ी ने सरकार द्वारा चलायी जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं पर आधारित विकास पुस्तिका का भी वितरण किया। खिर्सू महोत्सव के दौरान खिर्सू महोत्सव के संरक्षक एवं ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह रावत, नगर अध्यक्ष कांग्रेस पौड़ी कामेश्वर राणा, नगर अध्यक्ष कांग्रेस श्रीनगर बीरेन्द्र नेगी, श्रीमती कमला रावत, रोशनी भण्डारी, राजेन्द्र सिंह, बीरेन्द्र लाल, देवेन्द्र प्रसाद समेत प्रशासन की ओर से प्रभारी जिलाधिकारी/मुख्य विकास अधिकारी सोनिका, पुलिस अधीक्षक अजय जोशी, अपर जिलाधिकारी बंशीधर तिवारी, उप जिलाधिकारी बारहस्यूं पौड़ी पीएल शाह समेत विभिन्न विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

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