लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव 21 मई से 26 मई, 2015 तक फ्रांस के सुगन्ध केन्द्र ग्रासे के दौरे पर जा रहे 06 सदस्यीय प्रतिनिधिमण्डल का नेतृत्व करेंगे। ग्रासे दुनिया की सुगन्ध राजधानी के तौर पर मशहूर है। उनका यह दौरा उत्तर प्रदेश की इत्र राजधानी कन्नौज तथा ग्रासे के बीच सम्बन्ध स्थापित करने की दिशा में पहला कदम है। इसके माध्यम से दोनों शहरों के बीच इत्र के व्यवसाय से से जुड़े सभी पहलुओं को जानने और समझने का प्रयास किया जाएगा, ताकि इत्र उद्योग को बढ़ावा दिया जा सके। राज्य सरकार इत्र उद्योग को एक प्रमुख उद्योग के रूप में स्थापित करना चाहती है। अपने अनुभव के आधार पर फ्रांस इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। फ्रांस और भारत के बीच लम्बा और सघन वाणिज्यिक सम्बन्ध है।
इस दौरे में इत्र निर्माण की नयी तकनीकों का पता लगाया जाएगा, ताकि कन्नौज के इत्र उद्योग को लाभकारी बनाया जा सके। इससे किसान फूलों की खेती करने के लिए प्रोत्साहित होंगे। इस उद्योग के प्रसार से रोजगार की नयी सम्भावनाएं सृजित होंगी और दुनिया के इत्र कारोबार में उत्तर प्रदेश एक प्रमुख केन्द्र के तौर पर उभर सकेगा। राज्य सरकार द्वारा गुलकंद को वैट से मुक्त किए जाने का निर्णय फूलों की खेती को बढ़ावा देने की दिशा में भी एक कदम है।
मुख्यमंत्री के नेतृत्व में ग्रासे जा रहे इस प्रतिनिधिमण्डल में कन्नौज की सांसद श्रीमती डिम्पल यादव, प्रबन्ध निदेशक यू0पी0एस0आई0डी0सी0 श्री मनोज सिंह, मुख्यमंत्री के विशेष सचिव श्री जी0एस0 नवीन कुमार, श्री मुशीद अहमद खान तथा श्री पुष्प राज जैन शामिल हैं।