लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि जनता की समस्याओं के निवारण के लिए अधिकारी प्रातः 09 बजे से 11 बजे तक कार्यालय में नियमित बैठकर उनकी समस्याओं का त्वरित निस्तारण करें। साथ ही, थाना व तहसील दिवस को सम्पूर्ण समाधान दिवस के रुप के आयोजित कर आपसी समझौते के आधार पर फरियादियों की समस्याओं व शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण कराएं। भूमि विवादों के प्रकरणों का ससमय निस्तारण करायें, क्योंकि देरी होने से विवाद गंभीर होने का अंदेशा रहता है। उन्हांेने अधिकारियों को भू-माफियाओं, खनन माफियाओं व पेशेवर अपराधियों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि विकास कार्यों के परिणाम धरातल पर दिखाई देने चाहिए, जिसके लिए जनता ने वर्तमान सरकार को चुना है।
मुख्यमंत्री जी ने आज जनपद गाजियाबाद में कानून-व्यवस्था एवं विकास कार्यों की जनपदीय समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि महिला व बालिका सुरक्षा हेतु एण्टी रोमियो स्क्वाॅयड के अन्तर्गत प्रभावी ढंग से कार्यवाही, अवैध बूचड़खानों के विरुद्ध एन0जी0टी0 व मा0 उच्च न्यायालय द्वारा दी गयी गाइड लाइन के अनुरूप कार्यवाही करने, अतिक्रमण करने वालों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध कार्रवाई तथा व्यवस्थित पुनर्वास भी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य बसाने का होना चाहिए उजाड़ने का नहीं।
योगी जी ने जनप्रतिनिधियों से समन्वय व संवाद स्थापित कर कार्य करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि अधिकारीगण जनता के प्रति जबावदेह रहकर, उनसे बेहतर संवाद के साथ, उनकी अधिकाधिक भलाई के लिए कार्य करें। इसके लिए प्रशासनिक अधिकारी अपनी कार्यप्रणाली में आवश्यक सुधार कर जनता का विश्वास प्राप्त करें।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि परिवर्तन के लिए ही सरकार का गठन हुआ है। सभी अधिकारी शासन की मंशा के अनुरूप कार्य करें। विकास कार्यांे का परिणाम धरातल पर दिखाई देना चाहिए। तहसील दिवस व थाना दिवस को सम्पूर्ण समाधान दिवस के रूप में मनाया जाए, ताकि समस्याओं का निस्तारण गुणवत्ता व समयबद्धता से हो सके। डायल-100 के प्रभावी क्रियान्वयन के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि डायल-100 जनता का विश्वास जीतने का सशक्त माध्यम है। चेकिंग के नाम पर आमजन का शोषण न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। बेहतर सूचना तंत्र विकसित करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि यदि आप लोग जनता की समस्याओं का पूरे मनोयोग से निस्तारण करेंगे, तो जनता आपको सहयोग देगी। जनता का सहयोग जानकारी प्राप्त करने के लिये बहुत बड़ा सहयोग हो सकता है।
योगी जी ने कहा कि गाजियाबाद, एन0सी0आर0 का महत्वपूर्ण जनपद है। यहां की छोटी सी घटना भी प्रदेश व देश की छवि को प्रभावित करती है। इसलिए यहां के पुलिस तंत्र को और अधिक सक्रिय व सतर्क रहकर प्रभावी कार्यवाही करने की आवश्यकता है। सरकार का पुलिस की कार्यप्रणाली पर कोई दबाव नहीं है, इसलिए वह निर्भीक व स्वतंत्र रुप से निष्पक्ष होकर कार्य करे। उन्होंने कुख्यात व पेशेवर अपराधियों के प्रति कठोर रुख अपनाते हुए उन पर ऐसी कार्रवाई के निर्देश दिए, जिससे वे जनपद व प्रदेश छोड़ने को मजबूर हो जाएं। उन्होंने कहा यह पहली सरकार है, जिसने पूरे प्रशासनिक तंत्र को निष्पक्ष व स्वतंत्र कार्यप्रणाली पद्धति अपनाकर कार्य करने की छूट दी है। जिन पुलिस कर्मियों के आपराधिक व असामाजिक तत्वों से सम्बन्ध हैं, उनको चिन्हित कर उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। कानून को किसी को अपने हाथ में न लेने दिया जाए, यदि ऐसा कोई करता है तो उसके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई अमल में लायी जाए।मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश सरकार की अपराध के प्रति ज़ीरो टाॅलरेंस की नीति है। पुलिस तंत्र इसी के अनुरूप कार्य करे। अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में पैदल चलकर वस्तुस्थिति का मुआयना करें, जिससे जनता की समस्याओं का निस्तारण और प्रभावी ढंग से किया जा सके। उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे कार्यालयों में बैठकर जनता की समस्याओं के निस्तारण अवश्य करें, ताकि जनता को इधर-उधर कार्यालयों के चक्कर न काटने पडे़ं।
योगी जी ने किसानों के लिए नहरों की टेल तक पानी पहुंचाने तथा उन्हें निर्बाध विद्युत आपूर्ति करने के लिए सिंचाई व विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक घर तक बिजली पहुंचाना तथा खराब ट्रांसफाॅर्मर को शहरी क्षेत्र मंे 24 घण्टे में व ग्रामीण क्षेत्र में 48 घण्टे मे बदलवाना सुनिश्चित कराया जाए। बकाया गन्ना मूल्य भुगतान की समीक्षा करते हुए उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मोदीनगर शुगर मिल पर गन्ना किसानों के बकाया गन्ना मूल्य का भुगतान पेराई सत्र शुरु होने से पहले करा दिया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि बरसात की समाप्ति के बाद जनपद की समस्त सड़कों को गड्ढामुक्त किया जाए। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता या लापरवाही न बरती जाए। घटते लिंगानुपात पर चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने गोष्ठी, नाटक अपील आदि के माध्यम से व्यापक जनजागरण करने तथा भू्रण हत्या करने व करवाने वालों के विरुद्ध कार्यवाही करने के निर्र्देश दिए।
योगी जी ने स्वच्छता कार्यक्रम को एक अभियान के रूप में चलाकर कार्यालयों, थानों, जिला अस्पताल आदि में साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि विद्यालयों मे अध्यापकों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए। शहरी क्षेत्रों में कार्यरत अध्यापकों को ग्रामीण क्षेत्र में स्थानान्तरित किया जाए, क्योंकि शहरी क्षेत्रों में बच्चे कम अध्यापक ज्यादा हैं, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चे अधिक अध्यापक कम हैं। उन्होंने विद्यालयों में ड्रेस व किताबें आदि उपलब्ध कराने, विद्यालयों में बच्चों के पंजीयन को आधार कार्ड से जोड़ने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि नुक्कड नाटक तथा प्रतियोगिता आदि के माध्यम से ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान को आगे बढ़ाया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने पंचायतीराज विभाग व नगर निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया कि ओ0डी0एफ0 घोषित इलाकों में शौचालयों का उपयोग सुनिश्चित कराएं। उन्होंने नगर व ग्रामीण क्षेत्रों को 02 अक्टूबर तक ओ0डी0एफ0 घोषित कराने के निर्देश दिए। इस अवसर पर उन्होंने पं0 दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना, आई0पी0डी0एस0, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, अमृत योजना, स्वास्थ्य से जुड़ी योजनाओं, ऋण मोचन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, आदि पर विस्तार से चर्चा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये।केन्द्रीय विदेश राज्य मंत्री जनरल वी0के0सिंह ने मुख्यमंत्री जी के समक्ष गाजियाबाद के विकास से संबंधी 21 प्राथमिकता वाले बिन्दुओं पर विस्तार से समीक्षा की। इनमें मेट्रो रेल का विस्तार, पुलिस का आधुनिकरण व 5 नए थानों की स्थापना, जी0डी0ए0 द्वारा आवंटित भवनों की पावर आॅफ अटाॅर्नी के स्थान पर सीधे रजिस्ट्री कराने, आवासीय काॅलोनियों में बुनियादी सुविधायें उपलब्ध कराने, हिन्डन नदी की सफाई व पर्यावरण की व्यवस्था, छठ पूजा के अवसर हिन्डन नदी में जल की उपलब्धता बनाने, साहिबाबाद मण्डी का आधुनिकीकरण, स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने, कन्या महाविद्यालयों का निर्माण आदि विषय प्रमुख रूप से सम्मिलित थे। मुख्यमंत्री जी ने इनसे सम्बन्धित विभागीय अधिकारियांे से प्रगति जानते हुए समयबद्व ढंग से कार्य पूर्ण कराने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर प्रदेश के खाद्य एवं रसद राज्य मंत्री श्री अतुल गर्ग सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण, प्रमुख सचिव सूचना श्री अवनीश कुमार अवस्थी एवं शासन-प्रशास के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।