नई दिल्ली: पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर ने वर्तमान पीढ़ी और आने वाली पीढि़यों के भविष्य को सुनिश्चित करने के लिए जैव विविधता के संरक्षण के लिए मिलकर काम करने की आवश्यकता पर बल दिया है। अंतर्राष्ट्रीय जैविकीय विविधता दिवस के अवसर पर अपने संदेश श्री जावड़ेकर ने कहा कि इस धरती को बच्चों से उधार लिया गया है न कि यह पूर्वजों से विरासत में मिली है। उन्होंने कहा कि भारत के समक्ष अनिवार्य चुनौती निरंतर विकास के लिए जैव विविधता को आत्मसात करने की है।
अंतर्राष्ट्रीय जैविकीय विविधता दिवस पृथ्वी पर जीवन और मानवता की भलाई के लिए जैव विविधता की बुनियादी भूमिका को पहचानने के साथ-साथ जैव विविधता के महत्व और खतरों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। इसी दिन 1982 में जैव विविधता समझौते की विषय-वस्तु को अपनाया गया था। इस वर्ष इसका विषय है ‘निरन्तर विकास के लिए जैव विविधता।’ अंतर्राष्ट्रीय जैविकीय विविधता दिवस देश भर में आज मनाया जा रहा है। मुख्य समारोह श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर में आयोजित किया गया।