देहरादून/चमोली: सोमवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत ने 1 जून, 2015 से प्रारम्भ हो रही हेमकुण्ड साहिब यात्रा की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। मुख्यमंत्री श्री रावत ने हेमकुण्ड साहिब यात्रा की व्यवस्थाओं के लिए की गई तैयारियों पर संतुष्टि व्यक्त की। उन्होंने कहा कि अधिकारियों द्वारा हेमकुण्ड साहिब की यात्रा के लिए बेहतर व्यवस्थाएं की गई है। लोनिवि को निर्देश दिये गये है कि सड़क मार्ग पर जहां-जहां पर मरम्मत की आवश्यकता है, वहां पर तत्काल मरम्मत की जाय।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने हेमकुण्ड़ साहिब यात्रा व्यवस्थाओं की तैयारी के संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक भी की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि गुरूद्वारे में श्रद्धालुओं को पहाड़ी व्यंजन उपलब्ध हो, इसके प्रयास किये जाय। साथ ही महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा तैयार किये जा रहे उत्पादों के विपणन हेतु जिला प्रशासन ठोस कार्ययोजना तैयार करे। बैठक में मुख्यमंत्री को बताया गया कि लोनिवि द्वारा गुरूद्वारा से पुलना तक मोटरमार्ग का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। 66 मीटर टाइल्स बिछाने का कार्य भी पूर्ण हो चुका है। हाई मास्क लाइट स्थापित की जा चुकी है। सुलभ शौचालय का निर्माण कार्य शीघ्र ही पूर्ण कर लिया जायेगा। चार रैन शेल्टर तथा चालीस स्टील बैंच स्थापित कर दिये गये हैं। अधिशासी अभियन्ता लोनिवि ने बताया कि यात्रा मार्ग में 9 कूड़ादान स्थापित किये गये हैं व मार्ग निर्माण हेतु 18 गैंग जिसमें 74 मजदूर लगाये गये हैं। मुख्यमंत्री ने लोनिवि को 2 किमी. पुलना पैदल मार्ग के निर्माण हेतु प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। सिंचाई विभाग की समीक्षा करते हुए बताया गया कि गोविन्दघाट गुरूद्वारे की सुरक्षा दीवार का कार्य पूर्ण कर लिया गया है। मुख्यमंत्री ने अधिशासी अभियन्ता सिंचाई विभाग को गुरूद्वारे से एन.एच. लिंक मार्ग तक मोटर मार्ग की सुरक्षा के लिए वायर गेटिंग करने के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करने को कहा। उन्होंने विद्युत विभाग को निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुचारू बनाये रखने के भी निर्देश दिये। स्वास्थ्य विभाग को मोबाईल फार्मासिस्टों की तैनाती एवं दवाइयों की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिये गये। जिला पूर्ति अधिकारी को पूरी यात्रा के दौरान मिट्टी तेल तथा खाद्यान्न की आपूर्ति के लिए भण्ड़ारण की व्यवस्था के निर्देश दिये गये। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि जल संस्थान पेयजल आपूर्ति सुचारू बनाये रखे। बैठक के दौरान अध्यक्ष नगर पालिका परिषद जोशीमठ द्वारा मारवाड़ी में भूस्खलन के कारण नदी मे आये बोल्ड़रों से बनी झील से जोशीमठ शहर को खतरा बताते हुए नदी किनारे सुरक्षा दीवार की माॅग की। इस सम्बन्ध में मुख्यमंत्री ने सिंचाई विभाग को आंगणन तैयार करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने घांघरिया का हवाई सर्वे भी किया।
इस अवसर पर राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष व हेमकुण्ट साहिब ट्रस्ट के उपाध्यक्ष नरेंद्र जीत सिंह बिंद्रा, उपाध्यक्ष बीस सूत्री कार्यक्रम/विधायक बद्रीनाथ राजेन्द्र सिंह भण्ड़ारी, प्रबन्धक गुरूद्वारा समिति सेवा सिंह, अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा, जिलाधिकारी अशोक कुमार सहित अन्य विभागीय अधिकारी, गुरूद्वारा कमेटी के पदाधिकारी एवं कार सेवक आदि उपस्थित थे।