कर्नाटक के गृहमंत्री रामलिंगा रेड्डी ने बताया है कि हत्यारों की पहचान करके उनके खिलाफ सबूत जुटाए जा रहे हैं पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के करीब महीनेभर बाद कर्नाटक के गृहमंत्री रामलिंगा रेड्डी ने मंगलवार को दावा किया कि हत्यारों की पहचान हो गई है. हालांकि इस बारे में उन्होंने विस्तार से जानकारी नहीं दी है. एनडीटीवी से हुई बातचीत में उन्होंने कहा कि विशेष जांच दल यानी एसआईटी दोषियों के खिलाफ सबूत जुटा रहा है. उन्होंने यह भी कहा कि इस बारे में सार्वजनिक तौर पर बोलने से जांच पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
रामलिंगा रेड्डी ने बताया है, ‘इस हत्या के बारे में हमें सुराग मिल गया है, लेकिन हम अभी इस बारे में मीडिया को नहीं बताएंगे. फिलहाल हमें सुरागों के आधार पर पुख्ता सबूतों को जुटाना है.’ उन्होंने आगे कहा कि यदि इस हत्याकांड में पर्याप्त सबूत जुटाए बिना आरोप पत्र दाखिल किए गए तो हत्यारों के खिलाफ लगाए गए आरोप अदालत में नहीं टिकेंगे.
गौरी लंकेश की हत्या पांच सितंबर की रात बेंगलुरु में उनके घर के बाहर कर दी गई थी. हमलावर ने सीसीटीवी कैमरे से बचने के लिए अपने सिर पर हेलमेट पहना हुआ था. गौरी लंकेश दक्षिणपंथी राजनीति की आलोचक थीं और इस आधार पर पुलिस ने हत्या के पीछे इस विचारधारा से जुड़े लोगों के शामिल होनी संभावना जताई थी.