नई दिल्ली: 06 अक्टूबर 2017 को एक भारतीय नौसेना युद्धपोत ने उच्च महासागर पर समुद्री डकैती के प्रयास को विफल किया।
एडन की खाड़ी में भारतीय नौसेना के गोपनीय युद्धपोत आईएनएस त्रिशूल की समुद्री डकैती विरोधी गशत के दौरान व्यापारिक जहाज एम.वी. जगअमर को अनुरक्षण देते हुए इस व्यापरिक जहाज के आसपास संदिग्ध युद्धपोत नौका का पता लगाया गया।
आईएनएस त्रिशूल ने जांच के लिए नाव को बंद कर दिया और जांच के लिए उसके अभिन्न हेलीकॉप्टर की जांच शुरू की। यह नाव समुद्री डकैती में इस्तेमाल किये जाने वाले हथियार और गोला-बारूद ले कर जा रहा था। समुद्री कमांडो द्वारा समुद्री डकैती नाव पर काबू पाने के बाद, मानक संचालन प्रक्रियाओं के द्वारा सभी समुद्री डकैती में प्रयुक्त हथियारों को विफल कर दिया गया। व्यापरिक जहाज जग अमर अपने सभी 26 भारतीय क्रू सुरक्षित हैं और अपनी यात्रा पर है। अन्य नाव और इसके क्रू को बाद में छोड़ दिया गया।
वर्ष 2008 से भारतीय नौसेना ने एडन की खाड़ी में और इसके आसपास एक युद्धपोत तैनात कर रखी है। और सैकड़ों व्यापारी जहाजों को इस धोखेबाज जल के रास्तों में सुरक्षा प्रदान की है। भारतीय जहाज समुद्र डकैती से बचाने के लिए प्रणबद्ध है और क्षेत्रीय विधि आचरण के लिए इनकी अनिवार्यता नहीं है। एडन की खाड़ी क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी अभियान के लिए भारतीय जहाजों द्वारा किए गए प्रयासों को जारी रखने के लिए तर्क दिया गया है।