लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जनपद कुशीनगर स्थित बौद्ध पर्यटन विकास कार्यों का शिलान्यास व लोकार्पण मैत्रेय परियोजना शिलान्यास स्थल पर किया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने पर्यटन को बढ़ावा देने हेतु 23 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले विभिन्न पर्यटन परियोजनाओं का शिलान्यास, प्रधानमंत्री सड़क योजना के तहत तीन सड़कों तथा कप्तानगंज तहसील व कसया तहसील में निर्मित आवासीय भवनों का लोकार्पण भी किया।
इस अवसर मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में पर्यटन की असीम सम्भावनाएं हैं। पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। प्रदेश के छः क्षेत्रों में पर्यटन स्थल भगवान बुद्ध से जुड़े हंै। उन्होंने सरकार द्वारा चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं की भी जानकारी देते हुए कहा कि अब तक भारत सरकार द्वारा 3 करोड़ परिवारों को निःशुल्क रसोई गैस का कनेक्शन दिया गया है। उन्होंने कहा कि अब तक कुल 33.00 लाख फर्जी राशन कार्ड पाये गये हंै। राशन कार्डो को आधार लिंक से जोड़ कर प्रत्येक को राशन मुहैया कराया जायेगा। उन्होंने पात्र व्यक्तियों को ही चलायी जा रही लाभार्थीपरक योजनाओं का लाभ दिए जाने के निर्देश दिए।
योगी जी ने बौद्ध भिक्षुओं के समस्याओं के सम्बन्ध में जिलाधिकारी को निर्देशित किया कि उनकी समस्याओं का तत्काल निदान किया जाय एवं साथ ही उनसे समन्वय भी स्थापित किया जाय। उन्होंने कहा कि ‘अतिथि देवों भवः’ की परम्परा का पालन करते हुए, पर्यटन की दृष्टि से जो भी अतिथि आते हंै, उनका सत्कार किया जाय। उन्हांेने कहा कि कुशीनगर में पर्यटक हेतु टूरिस्ट पुलिस का गठन किया जाय।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि माथा कुंवर स्टोक पर सी0सी0टी0वी0 कैमरा, पेयजल, पार्किंग पर सी0सी0टी0वी0 कैमरा व लाइट एण्ड साउण्डस महापरियोजना पर सोलर लाइट, सी0सी0टी0वी0 कैमरा, वाटर कूलर, रामाभार स्टूक पर सोलर लाइट्स व सी0सी0टी0वी0 कैमरा व पेयजल निर्मित कराने का निर्देश दिये। इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत 5 लाभार्थियों, पट्टे के दस व ऋणमाफी के 5 किसानों को ऋण माफी प्रमाण पत्र वितरित किये।
पर्यटन मंत्री श्रीमती रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि महात्मा बुद्ध की जीवनी ही नहीं, उनके उपदेशों का भी व्याख्यान किया जाता है। पर्यटन को प्रत्येक क्षेत्र में बढ़ावा दिया जायेगा। पर्यटन की बढ़ोत्तरी से रोजगार के अधिक अवसर उपलब्ध होंगे। पयर्टन हेतु अब तक केद्र सरकार द्वारा 104 करोड़ रुपये की धनराशि अवमुक्त की गयी है, जिसमें कुशीनगर जनपद हेतु 23 करोड़ रुपये की धनराशि शामिल है।