नई दिल्ली: पर्यटन मंत्रालय द्वारा अन्य केन्द्रीय मंत्रालयों, राज्य सरकारों और अन्य भागीदारों के साथ मिलकर 5 से 25 अक्टूबर, 2017 तक देश भर में आयोजित तीन सप्ताह के पर्यटन पर्व का आज समापन हुआ। इस अवसर पर बोलते हुए श्रीमती रश्मि वर्मा, सचिव पर्यटन मंत्रालय ने कहा कि यह समारोह पर्यटन के लाभ, देश की विभिन्न सांस्कृतियों भिन्नताओं और सबके लिए पर्यटन के सिद्धांत पर ध्यान केंद्रित करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था। उन्होंने मीडिया को बताया कि पूरे देश में पर्यटन पर्व में 5 लाख से अधिक लोगों ने भाग लिया।
सचिव, पर्यटन ने बताया कि पर्यटन पर्व के समारोह में तीन तथ्यों पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
देखो अपना देश : भारतीयों को अपने देश में घूमने के लिए प्रोत्साहित करना। इस अवसर पर देश में अनेक प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये गये जैसे कार्यक्रम के दौरान देखे गये स्थलों का फोटोग्राफ और ब्लॉग प्रतियोगिताएं, यात्रियों के नजरिए से भारत की कहानियां। छात्रों के लिए सामाजिक मीडिया, पर्यटन से संबंधित प्रश्नोत्तरी, निबंध, वाद-विवाद प्रतियोगिताएं और चित्रकारी प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। जन साधारण ने MyGov प्लेटफॉर्म पर बढ़ चढ़ कर भाग लिया और अपने गतिविधियों के बारे में बताया।
सबके लिए पर्यटन : देश के सभी राज्यों में पर्यटन संबंधी कार्यक्रम आयोजित किये गये। पर्यटन स्थलों पर और उनके चारों ओर रोशनी की गई, नृत्य संगीत, नाटक, कथावाचन के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये गये। इसके अतिरिक्त पर्यटन स्थलों के पास भागीदारों के लिए प्रोत्साहन कार्यक्रम और पर्यटन प्रदर्शनियां और सांस्कृतिक कार्यक्रम, व्यंजन और हस्तशिल्प/हथकरघा वस्तुओं आदि की प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। अत्याधिक लोगों की भागीदारी ने इसे जन साधारण का कार्यक्रम बना दिया।
पर्यटन एवं गर्वेनेंस : देशभर में विभिन्न विचारों पर भागीदारों के साथ पारस्परिक सत्र और कार्यशालाएं आयोजित की गई, जैसे
- पर्यटन क्षेत्र में दक्षता विकास
- पर्यटन में न्वोनमेष
- टैक्सी चालन के लिए भूतपूर्व सैनिकों को सेवा प्रदाता के रूप में शामिल करना
- स्थापित पर्यटन स्थानों के नजदीकी स्थलों पर ग्रामीण पर्यटन को बढावा
- होमस्टे और बेड एंड ब्रेक्फास्ट अवसरों के लिए सामुदायिक प्रोत्साहन कार्यशालाएं
- पर्यटन क्षेत्र में निवेश अवसरों पर सम्मेलन
उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम केन्द्रीय मंत्रालयों की सहायता के बिना आयोजित करना संभव नहीं था। केन्द्रीय मंत्रालयों ने इसमें सक्रियता से भाग लिया और निम्नलिखित विभिन्न गतिविधियां आयोजित कर इस कार्यक्रम के भागीदार बने :-
- सांस्कृतिक मंत्रालय ने अनेक स्थलों पर नृत्य, संगीत, नाटक, कथावाचन के विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए और कलाकार शिविर आयोजित किये और पर्व के दौरान भारतीय पुरातत्व स्मारकों पर रोशनी की।
- सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने पर्यटन और कार्यक्रम के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए सहायता प्रदान की।
- कपड़ा मंत्रालय ने विभिन्न स्थानों पर कारीगरों द्वारा तैयार हथकरघा और हस्तशिल्प वस्तुओं की प्रदर्शनी आयोजित की।
- ग्रामीण विकास मंत्रालय, ने अनेक चिह्नित स्थानों पर राष्ट्रीय रूरबन अभियानों के माध्यम से, ग्रामीण पर्यटन पर ध्यान केंद्रित कर स्थानीय गतिविधियों का आयोजन किया।
- मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने केन्द्रीय विद्यालयों में छात्रों के लिए प्रश्नोत्तरी, पेंटिंग और निबंध प्रतियोगिताएं और प्रतिष्ठित पर्यटक स्थलों के लिए भ्रमण यात्राएं आयोजित की।
- कौशल विकास मंत्रालय ने पर्यटन क्षेत्र में कौशल विकास पर कार्यशालाओं में भागीदारी की और सेवा प्रदाताओं को प्रोत्साहित किया।
- एनईटीडीसी के साथ पूर्वोत्तर क्षेत्र मंत्रालय ने पूर्वोत्तर क्षेत्र में पर्यटन कार्यक्रमों, प्रदर्शनियों, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और संवेदीकरण कार्यक्रमों का समन्वय किया।
- आयुष मंत्रालय ने योग प्रदर्शन / सत्रों और कार्यशालाओं का आयोजन किया।
- एनवाईकेएस के साथ युवा मामले मंत्रालय ने पर्व के दौरान युवा शिविर, साहसिक गतिविधियों और आदिवासी युवा आदान प्रदान कार्यक्रम आयोजित किये।
- इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने MyGov पर पर्यटन संबंधी प्रश्नोत्तरी / फोटोग्राफी / वीडियो प्रतियोगिताओं के आयोजन द्वारा सार्वजनिक पहुंच के लिए कार्यक्रम में भागीदारी की।
- पर्यावरण एवं वन मंत्रालय ने भागीदारों के लिए जिम्मेदार पर्यटन पर संवेदीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया।
- नागरिक उड्यन मंत्रालय द्वारा पर्व के दौरान मुख्य हवाई अड्डों पर त्यौहार जैसा रूप दिया गया और कर्मचारियों के लिए संवेदीकरण कार्यक्रम भी आयोजित किए गए।
- इसी तरह, रेल मंत्रालय, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय, वित्त मंत्रालय और गृह मंत्रालय आदि ने पर्व के दौरान अनेक सांस्कृतिक एवं संवेदीकरण कार्यक्रम आयोजित किए।
सचिव, पर्यटन मंत्रालय ने देशभर में आयोजित 3 सप्ताह के पर्यटन पर्व के दौरान आयोजित कार्यक्रमों और भागीदारों की विस्तृत चर्चा की जो इस प्रकार है :-
- भागीदार राज्यों / संघ शासित प्रदेशों की संख्या: 31
- शहरों / कस्बों / जिलों की संख्या: 205
- भाग लेने वाले केंद्रीय मंत्रालयों की संख्या: 18
- क्रियाकलापों की संख्या: 1125
आयोजित प्रमुख गतिविधियां
- सांस्कृतिक कार्यक्रम 146
- संवेदीकरण और जागरूकता कार्यक्रम 174
- प्रतियोगिताएं 182
(निबंध, प्रश्नोत्तरी, चित्रकारी और ड्राइंग, ब्लॉग, फोटोग्राफी, वीडियो, पोस्टर, आदि)
- पर्यटन / विरासत भ्रमण / दौड, साइकिल रैली, नुक्कड नाटक आदि 1 9 2
- योग सत्र 54
- प्रदर्शनियां 76
(पर्यटन, हस्तशिल्प, हथकरघा)
- व्यंजन त्योहार 54
- कार्यशालाएं और सेमिनार 63
- पर्यटन / विरासत स्थलों के लिए यात्रा 66
(छात्रों, विशेषकर दिव्यांग बच्चों, वरिष्ठ नागरिकों आदि) के लिए
- रोशनी कार्यक्रम 74
(हवाई अड्डों और रेलवे स्टेशनों सहित)
- स्पोर्टिंग गतिविधियां 39
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