देहरादून: प्रदेश के चिकित्सा, स्वास्थ्य, आयुष, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, अर्द्ध सैनिक कल्याण, गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री उत्तराखण्ड सरकार सुरेन्द्र सिंह नेगी ने आज विधान सभा स्थित अपने कक्ष में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि स्वास्थ्य विभाग में चिकित्सकों की कमी को दूर करने के लिए शीघ्र लोक सेवा आयोग को चिकित्साधिकारियों के पदों को भरने हेतु अधियाचन प्रस्ताव भेजा जाय।
बैठक में उन्होंने कहा कि चार धाम यात्रा गतिमान है समय-समय पर स्वास्थ्य विभाग की समीक्षात्मक बैठक आयोजित की जाय। तथा आने वाली कठिनाईयों का शीघ्र निराकरण किया जाय, इसके साथ ही खान, पान की भी सैम्पलिंग की जाय जिससे गुणवत्ता युक्त खाद्य पदार्थ मिल सके।
उन्होंने ने कहा कि मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना का अधिक से अधिक प्रचार प्रसार किया जाय। जिससे अधिक से अधिक लोग इस योजना का लाभ उठा सकें। उन्होंने कहा कि अगर कोई अधिकारी/कर्मचारी इसमें लापरवाही करता पाया गया तो उस पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जायेगी समय-समय पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी/मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, अधीनस्थ कर्मचारी के साथ समीक्षात्मक बैठक करते रहें। मंत्री जी ने कहा कि अगर कोई आशा अच्छा काम करती है तो उसे पुरस्कृत किया जाय।
बैठक में उन्होंने कहा कि जो सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र/प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र अपग्रेट किये गये हैं तथा उनमें पदों का सृजन हो चुका है या होना है, उसका शीघ्र निस्तारण करते हुए चिकित्सालयों को चालू कर दिया जाय। उन्होंने कहा कि मा0 मुख्यमंत्री जी की घोषणाओं विशेष ध्यान दिया जाय।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जितने भी चिकित्सालय पी0पी0पी0 मोड़ के अन्तर्गत आते हैं, उन चिकित्सालयों का समय-समय पर मुल्यांकन/परीक्षण करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। मंत्री जी ने कहा कि अगर इन संस्थानों का बकाया भुगतान होना है तो उसे शीघ्रता पूर्वक करने के निर्देश दिये।
बैठक में मंत्री जी ने उपकरणों से सुसजित सचल वाहनों के विषय में शीघ्रता से कार्य करने के निर्देश अधिकारियों को दिये उन्होंने कहा की इससे लोगों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके। गांधी शताब्दी नेत्र अस्पताल की ईएफसी का निस्तारण करते हुए नेत्र चिकित्सालय को पूर्ण रूप से चालू करने के निर्देश अधिकारियों को दिये।
बैठक में उन्होंने कहा कि हड्डी टूटने के बाद केवल गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों के लोगों का राॅड चिकित्सालय की ओर से डाला जाता है। जबकि अन्य गरीब रह जाते हैं। इसके लिए विशेष रूप से ध्यान देने की आवश्यकता है। उन्होंने इस पर एक विशेष प्रस्ताव बनाने के निर्देश अधिकारियों को दिये। जिससे अधिक-अधिक लोगों को इसका लाभ मिल सकेगा।
उन्होंने कहा कि हंस फाउन्डेशन उपकरणों से सुसज्जित 15 संचल वाहन देने के लिए तैयार है। विभाग द्वारा अभी तक प्रस्ताव बनाकर उक्त संस्था को नहीं भेजा है। मा. मंत्री जी ने
अधिकारियों को शीघ्रता से प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिये। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा की सभी चिकित्सालयों में आवश्यकता के अनुरूप माह अगस्त तक उपकरण क्रय कर वरियता के आधार पर एम.आर.आई/सी.टी.स्कैन मशीन को अवश्य खरीदा जाय।
मा0 मंत्री जी ने कहा कि एम.पी.डब्ल्यू/फार्मासिस्ट/आयुष चिकित्साधिकारियों/आयुष फार्मासिस्ट की जो भी समस्याएॅं है उसका शीघ्र निस्तारण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जिस चिकित्सालय में एक पद के विपरीत दो चिकित्साधिकारी कार्यरत हैं उनमें से एक का स्थानान्तरण अवश्य किया जाय, इसके साथ ही अन्य अधीनस्थ कर्मचारियों पर भी यही बात लागू कि जाय। जो कर्मचारी काफी समय से एक स्थान पर कार्यरत हैं उनका स्थानान्तरण वरियता के आधार पर पहले किया जाय।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि विभाग की ओर से जो भी जनहितकारी योजनाऐं चलाये जा रहे हैं उसका समय-समय पर जिलास्तर/ब्लाॅकस्तर/उपकेन्द् रस्तर पर अधिकारियों द्वारा मूल्यांकन किया जाय जिससे योजनाओं का सफल संचालन हो सके।
बैठक में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ओम प्रकाश, अपर सचिव स्वास्थ्य नीरज खैरवाल, महानिदेशक स्वास्थ्य एवं स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद थे।