लखनऊ: श्री सुलखान सिंह, पुलिस महानिदेशक, उ0प्र0 द्वारा समस्त वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक प्रभारी जनपदों को पर्यटकों की समुचित सुरक्षा व्यवस्था के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा है कि उत्तर प्रदेश पर्यटन की दृष्टि से देश में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है एवं प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में पर्यटक उ0प्र0 भ्रमण करने आते हैं, अतएव पर्यटकों की समुचित सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाये।
- ऐसे स्थानों का चिन्हीकरण कर लिया जाये, जहाॅ अधिक संख्या में पर्यटक भ्रमण करने आते हैं या ठहरते हैं।
- चिन्हीकरण के उपरान्त उन क्षेत्रों में थानाध्यक्ष, क्षेत्राधिकारी एवं पी0आर0वी0 वाहन नियमित रूप से प्रतिदिन गश्त करें।
- ऐसे स्थानांे पर सादी वर्दी में पुलिस कर्मी ड्यूटी पर लगाए जाएं जो अराजक तत्वांे की गतिविधियों पर नजर रखें एवं आवश्यकता पड़ने पर उनकी फोटोग्राफी भी करें। ऐसे तत्वों के विरूद्ध कार्यवाही हेतु वर्दीधारी बल को सूचित किया जाए।
- ऐसे स्थानों पर वर्दीधारी पुलिस बल भी तैनात किया जाए और इस हेतु ऐसे पुलिस कर्मी चिन्हित किए जाएं जिन्हें अंग्रेजी का काम चलाऊ ज्ञान हो। इस वर्दीधारी पुलिस बल द्वारा ‘‘पर्यटन पुलिस‘‘/ ‘‘ज्वनतपेज च्वसपबम‘‘ का बैज धारण किया जाए।
- पर्यटकों के आने वाले रेलवे स्टेशनों, होटलों, रेस्टोरन्टों, माॅलों व साइबर कैफे पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक से लेकर थानाध्यक्ष स्तर के पुलिस अधिकारियों के मोबाइल नम्बर एवं पुलिस की विभिन्न हेल्पलाइन लिखवा दिये जायें, ताकि सम्भावित घटना की तत्काल सूचना प्राप्त हो सके और त्वरित कार्यवाही की जा सके।
- पर्यटक स्थलों पर नियुक्त गाइड, फोटोग्राफर, होटल कर्मियों, टैक्सी चालकों, नाव वालों तथा पर्यटन व्यवसाय से जुड़े अन्य व्यक्तियों का समय- समय पर भौतिक एवं चरित्र सत्यापन भी कराया जाये।
- प्रमुख धार्मिक स्थलों, ऐतिहासिक धरोहरों, घाटों, स्मरणीय स्थलों पर सी0सी0टी0वी0 कैमरे लगवाये जायें।
- पर्यटकों को यूपी-100, ट्विटर सेवा, ई-एफ0आई0आर0 जैसे विकल्पों के बारे में अवगत कराया जाये एवं आवश्यकता पड़ने पर इस्तेमाल करने हेतु प्रेरित किया जाये।
- महिला पर्यटकों के साथ छेड़छाड़ एवं बलात्कार आदि किसी भी घटना का तत्काल संज्ञान लेकर न केवल अभियोग पंजीकृत किया जाये, अपितु घटना में संलिप्त अभियुक्तों के विरूद्ध तत्काल कार्यवाही करते हुए उन्हें निरूद्ध भी किया जाये।