लखनऊ: नई दिल्ली के होटल लीला स्थित भास्कर समाचार-पत्र समूह द्वारा इण्डिया प्राइड अवाॅर्ड 2014-15 समारोह का आयोजन किया गया जिसमें सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को बेहतर कार्य एवं उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। सार्वजनिक क्षेत्र उद्यमों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने देश की आर्थिकता में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वाह करने के लिए उपक्रमों को ज्यादा आजादी की जरूरत पर बल दिया।
इस अवसर पर राष्ट्रीय एवं प्रदेश स्तर के विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विभिन्न क्षेत्र के दक्ष एवं विशेषज्ञों की टीम द्वारा उपक्रमों को बेहतर कार्य हेतु चयन किया गया जिसमें उत्तर प्रदेश के प्रतिष्ठान यूपी एक्सप्रेस वे-इण्डस्ट्रियल डेवलेपमेंट अथारिटी (यूपीडा) को अवस्थापना, परिवहन एवं औद्योगिक विकास के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य हेतु चयन किया गया। यूपीडा द्वारा आगरा से लखनऊ तक लगभग 300 किमी. ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण कराया जा रहा है।
देश में पीपीपी माडल के अलावा यह निर्माण कार्य ईपीसी माडल पर कराया जा रहा है जिसमें शासनादेशों के अनुरूप किसानों से भूमि अधिग्रहण तथा अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त निर्माण एजेंसियों द्वारा निर्धारित अवधि में एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य जोरों पर है तथा मात्र दो वर्षांे की अवधि में पूर्ण किये जाने की समयबद्ध प्रक्रिया अपनाई जा रही है।
देश की यह अति महत्वपूर्ण एवं अनूठी योजना है जिसमें राज्य सरकार अपने संसाधनों से एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य करा रही है। लगभग 15 हजार करोड़ रूपये लागत की इस योजना की आशातीत सफलता को देखते हुए इस योजना को लखनऊ से बलिया तक बढ़ाने का भी सैद्धान्तिक निर्णय लिया गया है।
यह जानकारी अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी यूपीडा श्री आशुतोष निरंजन द्वारा समारोह में आयोजकों के समक्ष प्रस्तुत की गयी। समारोह में केन्द्रीय वित्त एवं सूचना प्रसारण मंत्री श्री अरूण जेटली द्वारा निदेशक सूचना एवं एसीईओ यूपीडा श्री आशुतोष निरंजन को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। सभागार में उपस्थित जन समूह ने करतल ध्वनि से स्वागत एवं भूरि-भूरि प्रशंसा की।
स्वागत समारोह में एनटीपीसी, पीएफसी, भेल, एचएन, एचपीसीएल, गेल, ओएनजीसी, एचएएल, आईआरसीटीसी, ईआईएल, एनएमडीसी आदि महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों के पदाधिकारी एवं भारत सरकार के उच्चाधिकारी एवं अन्य गणमान्य प्रतिनिधि मौजूद थे।