नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह ने कल मॉस्को में भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात की। गृह मंत्री ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए अपने रूस के दौरे और विभिन्न रूसी नेताओं के साथ बातचीत पर संतुष्टि जताई। उन्होंने कहा कि उनकी यात्रा से भारत और रूस के बीच सुरक्षा, आतंकवाद से मुकाबला, कट्टरता विरोधी, नशीले पदार्थों की तस्करी रोकने, जाली मुद्रा और सूचनाओं के आदान-प्रदान के क्षेत्र में विशेषज्ञों को प्रशिक्षण दिए जाने में और सहयोग किया जा सकेगा।
श्री राजनाथ सिंह ने भारत और रूस के बीच रिश्तों और मैत्रि के दीर्घ इतिहास के बारे में बात करते हुए रूस को भारत का ‘अति विश्वसनीय मित्र’ कहा। उन्होंने रूस में रह रहे प्रत्येक भारतीय के कार्यों की प्रशंसा की और उन्हें भारत के ‘सांस्कृतिक दूत’ की संज्ञा दी। उन्होंने कहा कि उनकी और भारत के बीच भौतिक दूरी लंबी हो सकती, किंतु भावनात्मक दूरी कभी भी नहीं हो सकती।
उन्होंने उपस्थित जन समुदाय को भारत सरकार द्वारा आंतकवाद और आतंकवादियों की घुसपैठ को रोकने के प्रयासों और सैन्य बलों के दृढ़ संकल्प तथा संयम के बारे में जानकारी दी। उन्होंने आतंकवाद को विश्व द्वारा झेला जा रहा सबसे बड़ा खतरा कहा। उन्होंने देश के विकास के लिए विभिन्न क्षेत्रों में जन-धन योजना, मेक-इन-इंडिया जैसे भारत सरकार के प्रयासों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आधार का उपयोग करके देश को आर्थिक प्रगति पर लाने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत विश्व में आर्थिक शक्ति का अग्रणी बनने की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने भारतीय संस्कृति की दृढ़ता के बारे में उल्लेख करते हुए कहा कि हमारी संस्कृति संपूर्ण विश्व को एक परिवार – ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ मानती है, जो भविष्य में भारत को उदार शक्ति बनाने की आधारशिला है। भारत सरकार ने पिछले तीन वर्षों में अवसंरचना के विकास से निर्माण के लिए विशेष योगदान दिया है और भारतीय लोगों की साख को बढ़ाया है।