नई दिल्ली: विज्ञान, प्रौद्योगिकी और पृथ्वी विज्ञान मामलों के केन्द्रीय राज्य मंत्री श्री वाई.एस.चौधरी ने वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के निदेशकों से कम से कम 12 उन्नत प्रौद्योगिकियां विकसित करने का आग्रह किया है जिनका प्रत्येक वर्ष वाणिज्यिकरण किया जाना है। श्री चौधरी ने सीएसआईआर-आईपीपी, देहरादून में सीएसआईआर के दो दिवसीय निदेशक सम्मेलन के दूसरे दिन आज अपने भाषण में कहा कि सीएसआईआर की शोध परियोजनाओं के वाणिज्यीकरण से प्रत्येक वर्ष अतिरिक्त उत्पाद करने वाली 10 से 15 कंपनियां अस्तित्व में आनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि अभी भी ऐसी अवधारणा है कि राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के आधार पर हमारी वैज्ञानिक शोध प्रक्रिया निर्देशित नहीं हो रही है।
श्री चौधरी ने सीएसआईआर की सभी प्रयोगशालाओं से अपने संसाधनों का खाका तैयार करने, विभिन्न विसंगतियों तथा अवरोधों का पता लगाने का आग्रह किया है। ताकि एक सकारात्मक परिवर्तन लाकर एक दृष्टिकोण दस्तावेज को अंजाम दिया जा सके।
विज्ञान प्रौद्योगिकी और पृथ्वी मामलों के केन्द्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन इस दो दिवसीय सम्मेलन की अध्यक्षता कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज इस सम्मेलन के समापन के बाद उन महत्वपूर्ण परियोजनाओँ पर विचार किया जाएगा जिन्हें सीएसआईआर गरीब लोगों के कल्याण के लिए साकार करने की दिशा में काम करेगा।
सीएसआईआर के महानिदेशक श्री एम.ओ.गर्ग और अन्य निदेशक भी इस सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं।
3 comments