चम्पावत/देहरादून: प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने अपने निर्धारित दो दिवसीय जनपद भ्रमण कार्यक्रम के दूसरे दिन आज बनबसा व टनकपुर क्षेत्र में 79 करोड 75 लाख रूपए के 14 कार्यो का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। उन्होंने बनबसा क्षेत्र में 172.52 लाख रूपए की लागत से नव निर्मित अतिरक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के आवसीय व अनावसीय भवनों के साथ टनकपुर में 314.81 लाख रूपए से निर्मित वाणिज्य कर भवन का लोकार्पण किया।
उन्होंने टनकपुर में ही 50.39 लाख रूपए से निर्मित डेडीकेटेड आईओटी भवन, 111.56 लाख से निर्मित फागपुर पेयजल योजना, 223.21 लाख की लागत से निर्मित कस्तूरबा गांधी राजकीय आवसीय बालिका विधायल, टनकपुर के छात्रावास का लोर्कापर्ण किया।
मुख्यमंत्री ने लगभग 60 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाले ठुलीगाढ से पूर्णागिरी रोप-वे, 117.93 लाख की लागत से निर्मित होने वाले विकासखण्ड पाटी के कार्यालय भवन, 72.12 लाख की लागत से निर्मित होने वाले डांडा ककनई में विधुत सुविधा सम्बन्धी कार्य, 71.97 लाख की लागत से निर्मित होने वाले बाक्सिंग रिंग, 98.60 लाख की लागत से निर्मित होने वाले पुलिस चैकी एवं बैरख ठुलीगाढ के भवन, 35 लाख की लागत से निर्मित होने वाले भोलाबुगां तोप से अ.ज. बस्ती तक सड़क निर्माण तथा 35 लाख की ही लागत से निर्मित होने वाले मंच तामली मोटर मार्ग किमी. 18 से ग्राम पंचायत कठनौली तक सड़क निर्माण, 109.27 लाख की लागत से निर्मित होने वाले टनकपुर-मनिहार गोठ सडक, 516.84 लाख की लागत से निर्मित होने वाले श्याला से पोथ मोटर मार्ग तथा 36.20 लाख की लागत से निर्मित होने वाले पूर्णागिरी विधुत अपग्रेडेशन कार्यो का शिलान्यास किया।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने ठुलीगाढ से पूर्णागिरी रोप-वे का शिलान्यास करते हुए इस क्षेत्र में 33 केबी की विधुत लाइन, श्यामलाताल पोथ से मां पूर्णागिरी तक मोटर मार्ग से मिलान, उचैली गोठ गैंडाखाली को यात्रा ग्राम का दर्जा देते हुए उसे विकसित करने, पूर्णागिरी, रीठा साहिब, श्यामलाताल, मायावती आश्रम, एवटमांउट, गोरखनाथ भूमि चम्पावत, पंचेश्वर आदि स्थलों को पर्यटन सर्किट के रूप में विकसित करने के लिए सहयोगी संस्था के रूप में जिला पंचायत चम्पावत को एक करोड की धनराशि को ग्रान्ट के रूप में आंवटित करने़, भटनागाड क्षेत्र को सुरक्षित बनाने के लिए सिंचाई व वन विभाग को एक संयुक्त टीम बनाकर प्रस्ताव देने व जिम कार्बेट स्थल को विकसित करने हेतु 5 लाख की धनराशि देने की घोषणा की। उन्होंने क्षेत्र के नौजवानों को छोटे-छोटे उघमों को स्थापित कर उनका संचालन करने के लिए अतिरक्त धनराशि प्रदान करने की घोषणा करते हुए प्रेरित किया। मां पूर्णागिरी धाम को पूरे भारत में अलग पहचान देने के लिए उन्होंने इसका प्रचार-प्रसार के साथ-साथ क्षेत्रीय समस्याओं कों ठीक करते हुए इसका संम्र्बधन करने की बात कही। ककराली गेट के आगे के क्षेत्र को जिम कार्बेट पार्क की तर्ज पर आगामी 3-4 वर्षो में विकसित किया जायेगा। उन्होंने शारदा नदी में रिवर राफ्टिंग की आपार सम्भावना को देखते हुए पर्यटन मंत्री को देश की विभिन्न भाषाओं में व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश के साथ स्थानीय लोगों को साहसिक पर्यटन से जुडने और उसे रोजगार का आधार बनाने का आवाहन किया।
पर्यटन मंत्री दिनेश धनै ने इस अवसर पर संबोधित करते हुए कहा कि चार धाम की यात्रा के सफल संचालन किया जा रहा है। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि मां पूर्णागिरी क्षेत्र में इस रोप-वे के शुरू होने पर इस धार्मिक स्थल में भी क्रान्ति आयेगी तथा देश-विदेश के लोग मां पूर्णागिरी के दर्शन आयेंगे। इस अवसर पर क्षेत्रीय विधायक हेमेश खर्कवाल ने भी जनसभा को संबोधित किया। इस अवसर पर पूर्णागिरी मेले में उत्कृष्ट कार्य करने वाले आठ अधिकारियों को मुख्यमंत्री द्वारा प्रसस्ती पत्र एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
भ्रमण, लोकार्पण व शिलान्यास कार्यक्रम में पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा, अध्यक्ष जिला पंचायत खुशाल सिंह अधिकारी, जिलाधिकारी दीपेन्द्र कुमार चैधरी, सीडीओ एसएसएस पंागती, सभी एसडीएस, प्रोजेक्ट मैनेजर व भारी संख्या में कांग्रेसी पदाधिकारी, कार्यकर्ता, जिला पंचायत संदस्य, क्षेत्रीय पंचायत प्रतिनिधि, सभी अधिकारी एवं आम जनता आदि उपस्थित थे।