नई दिल्लीः केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री राधा मोहन सिंह ने कहा है कि भारत ने यह पाया है कि नाइजीरिया की संघीय सरकार की नवीनतम गतिविधियों को संचालित करने में काफी रुचि है, विशेषकर वह हरित वैकल्पिक आरम्भ – एक रोड मैप तैयार करने की इच्छुक है ताकि नाइजीरिया को कृषि में आत्मनिर्भर एवं कृषि उत्पादों का बड़ा निर्यातक बनाया जा सके। कृषि मंत्री ने यह बात आज कृषि भवन, नई दिल्ली में नाइजीरिया के कृषि मंत्री माननीय श्री आदु अग्बेह के साथ हुई बैठक में कही।
कृषि मंत्री ने कहा कि भारत 1960 के दशक के मध्य तक खाद्य की कमी वाला देश था, लेकिन आज भारत घरेलू खपत से कहीं अधिक खाद्यान्नों का उत्पादन कर रहा हैं। आज भारत कृषि उत्पादों का एक बृहद उत्पादक देश है। उन्होंने कहा कि भारत को कृषि के किसी भी क्षेत्र में नाइजीरिया की प्राथमिकता के अनुरूप भारत के अनुभव एवं विशेषज्ञता साझा करने में खुशी होगी।
भारत के कृषि मंत्री ने कहा कि भारत ने 2015 में रियायती दरों पर अफ्रीकी देशों को 10 बिलियन अमेरिकी डॉलर का ऋण देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि उन्हें यह भी बताया गया कि 20 से अधिक अधिकारियों ने कृषि- संबंधित क्षेत्रों में लघु आवधिक क्षमता निर्माण कार्यक्रमों में भाग लिया है। हाल ही में भारत सरकार ने भारतीय तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग (आईटीईसी) कार्यक्रम के अंतर्गत एक वर्ष में प्रशिक्षण सत्रों की संख्या नाइजीरिया के लिए 200 से बढ़ाकर 310 कर दी है जिसमें कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों में लघु आवधिक प्रशिक्षण कार्यक्रम भी शामिल हैं। भारत के कृषि मंत्री ने नाइजीरिया के कृषि मंत्री से अनुरोध किया कि इस रियायती ऋण (साख पत्र) एवं कृषि व संबद्ध क्षेत्र के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का लाभ उठाएं।
कृषि मंत्री ने कहा कि यह संतोषजनक स्थिति है कि पिछले कुछ वर्षों से भारत, नाइजीरिया का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार रहा है और नाइजीरिया, अफ्रीका में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है। व्यापार की मात्रा में और वृद्धि करने की संभावना है। नाइजीरिया ताजे अंगूर, काली मिर्च, गेहूं, मक्का, चावल व कपास का आयात करने पर विचार कर सकता है।
इस मौके पर भारत के केन्द्रीय कृषि और किसान मंत्री श्री राधा मोहन सिंह ने नाइजीरिया के कृषि क्षेत्र में निवेशक एवं कृषि सेवाएं, कृषि मशीनरी एवं प्रौद्योगिकी सहायता के प्रदाता के रूप में नाइजीरियाई कृषि क्षेत्रों में संभावनाओं का पता लगाने के लिए भारतीय कंपनियों को प्रोत्साहित करने के लिए नाइजीरिया के कृषि मंत्री का आभार व्यक्त किया। कृषि मंत्री ने पिछले सप्ताह 5 दिसंबर, 2017 को आबूजा में भारतीय उच्चाचयुक्त द्वारा आयोजित ‘कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों में भारत – नाइजीरिया सहयोग: अवसर एवं भावी रणनीति’ नामक व्यापार मेले के उद्घाटन के लिए नाइजीरिया के कृषि मंत्री को धन्यवाद दिया।
भारत के कृषि मंत्री ने कहा कि भारत एवं नाइजीरिया के सौहार्दपूर्ण व मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। दोनों देश विभिन्न धर्मों व विशिष्ट संस्कृति वाले विकासशील देश हैं। दोनों देश लोकतंत्र, विभिन्न धर्मों को मानने वाले समाज व मानव अधिकारों व कानून का सम्मान करते हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार को कृषि व संबद्ध क्षेत्रों में नाइजीरिया सरकार की प्राथमिकताओं में योगदान देने पर प्रसन्नता होगी।
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