लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने कृषि क्षेत्र में शोध छात्रों को बढ़ावा देने के लिए मण्डी परिषद के माध्यम से 03 कृषि विश्वविद्यालयों एवं 02 कृषि संस्थानों में 25-25 शोधार्थियों को 6000 रूपये मासिक की दर से छात्रवृत्ति प्रदान करने की सुदृढ़ व्यवस्था की है।
मंण्डी परिषद उत्तर प्रदेश से प्राप्त सूचना के अनुसार तीन कृषि विश्वविद्यालयों एवं दो कृषि संस्थानों में 25-25 शोधार्थियों को 6-6 हजार रूपये प्रति माह की दर से छात्रवृत्ति दी जा रही है। इस व्यवस्था से कृषि क्षेत्र के छात्रों में कृषि में शोध करने को बढ़ावा मिलेगा।
मण्डी परिषद द्वारा प्रदेश के 24 कृषि महाविद्यालयों तथा 6 कृषि विश्वविद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों को स्नातक एवं स्नातकोत्तर स्तर पर तीन हजार रूपये प्रतिमाह की दर से छात्रवृत्ति दी जाती रही है।
राज्य सरकार कृषकों को आर्थिक रूप से सुदृढ़ करने हेतु उन्हे आधुनिक अभिनव कृषि पद्वतियों का प्रयोग करने, कृषि वैज्ञानिकों/कृषि विशेषज्ञों के माध्यम से कृषि उत्पादन को बढ़ाने तथा किसानों को जागरूक करने हेतु प्रयासरत है।