नई दिल्ली: राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने केदारनाथ के बाढ़ पीड़ितों को निकालने में 25 जून, 2013 को कर्तव्य पालन के दौरान अपनी जान न्योछावर करने वाले एनडीआरएफ के नौ शूरवीरों को श्रद्धांजलि देने के लिए गाजियाबाद से केदारनाथ तक एक अभियान की शुरूआत की। एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर जनरल श्री संदीप राय राठौर ने आज गाजियाबाद से अभियान दल को रवाना किया। एनडीआरएफ की सभी 10 बटालियनों के विशेष रूप से चुने हुए अधिकारी और जवान सड़क मार्ग द्वारा गाजियाबाद से केदारनाथ जाएंगे और शूरवीरों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।अभियान दल 24 जून, 2015 को केदारनाथ पहुंचेगा और श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद गाजियाबाद लौट आएगा।
याद रहे कि वर्ष 2013 की केदारनाथ त्रासदी बहुत भयंकर आपदा थी, जिसमें हजारों तीर्थयात्रियों की जानें गईं और कई लोग हिमालय के कठिन क्षेत्र में दरबदर फिरने के लिए मजबूर हो गए थे। यह त्रासदी उस समय और भी बढ़ गई जब आपदा के कारण सभी संचार सुविधाएं ठप हो गईं और रास्ते बंद हो गए। इसकी वजह से पीड़ितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना बहुत कठिन हो गया था। ऐसे हालात में एनडीआरएफ को यह जिम्मेदारी सौंपी गई कि वह केदारनाथ घाटी के विभिन्न स्थानों में फंसे हुए लोगों को बचाए। इस आपदा में केदारनाथ घाटी से एनडीआरएफ कर्मियों ने 9,647 बेबस पीड़ितों को बचाया। उच्च कर्तव्यपरायण भावना के तहत एनडीआरएफ के 09 शूरवीरों ने 25 जून, 2013 को पीड़ितों को बचाते समय अपनी जान न्योछावर कर दी थी।