जयपुर: पाकिस्तान आर्मी चीफ ने अपने सासंदों से भारत के साथ बेहतर रिश्ते कायम करने की बात करने के बाद, अब इंडियन आर्मी चीफ बिपिन रावत ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान के साथ शांति वार्ता तभी संभव हो सकती है, जब वो जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों को रोके। हालांकि, आर्मी चीफ ने कहा कि वर्तमान हालात और पाकिस्तान की हरकतों को देखकर ऐसा बिल्कुल नहीं लगता है कि वह शांति वार्ता चाहता है। जनरल बिपिन रावत भारत पाक-सीमा के करीब थार रेगिस्तान में दक्षिणी कमान द्वारा आयोजित ‘हमेशा विजयी’ अभ्यास को देखने के लिए पहुंचे थे।
बिपिन रावत ने कहा कि अगर पाकिस्तान आतकंवाद का समर्थन करना छोड़ता है तो ही उनके साथ बातचीत संभव है। बाड़मेर में मीडिया से बातचीत के दौरान के रावत ने कहा कि हम भी पाकिस्तान के साथ बेहतर संबंध चाहते हैं, लेकिन जम्मू कश्मीर में जिस तरह से आतंकवाद को फैलाया जा रहा है, उससे ऐसा लग रहा है कि उन्हें शांति नहीं चाहिए।
रावत ने आगे कहा कि जम्मू कश्मीर में अगर हालात ऐसे ही बने रहेंगे तो उसका जवाब इडिंयन आर्मी भी अपने तरीके से देती रहेगी। इससे पहले भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा था कि पाकिस्तान के साथ हम बेहतर रिश्ते चाहते हैं कि लेकिन यह तभी संभव हो सकता है, जब वे आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें।
बता दें कि हाल ही में पाकिस्तानी आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा ने अपने देश के सांसदों से भारत के साथ रिश्ते सुधारने की बात कही थी। उन्होंने सीनेट कमेटी में सासंदों को संबोधित करते हुए कहा था कि भारत के साथ संबंधों को सामान्य बनाने की तरफ राजनीतिक कदमों का समर्थन करने के लिए सेना तैयार है।
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