देहरादून: श्री अशोक कुमार,अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, उत्तराखण्ड श्री पी0वी0के0 प्रसाद,महानिरीक्षक कारागार के साथ जेल में बढ़ते आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने एवं कारागार पुलिस की कार्यक्षमता बढ़ाने हेतु गहन विचार-विमर्श किया। श्री अशोक कुमार ने बताया की बैठक में निम्न महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये-
1- जेल से यदि आपराधिक गतिविधि हेतु मोबाइल फोन का प्रयोग किया जाता है तो जेल अधीक्षक भी इसके जिम्मेदार होंगे व उनके विरुद्घ कानूनी कार्यवाही भी की जा सकती है।
2-प्रदेश में प्रत्येक जेल के पास पुलिस चौकी स्थापित किये जाने तथा आपराधियों की गतिविधियों की निगरानी करने हेतु प्रत्येक जनपद में जेल मॉनिटरिंग ग्रुप स्थापित किये जाने का निर्णय लिया गया जिसमें एक अभिसूचना कर्मी भी नियुक्त जायेगा।
3-जेल में पेशेवर आपराधियों से मिलने आने वाले व्यक्तियों की निगरानी किये जाने हेतु निर्देशित किया गया।
4- माह में एक बार वरिष्ठ/पुलिस अधीक्षकों द्वारा जिलाधिकारी के साथ जेल का बम निरोधक दस्ते तथा मैटल डिटेक्कटर के साथ औचक निरीक्षण किये जाने हेतु भी निर्देशित किया गया।
उक्त बैठक में श्री दीपम सेठ, पुलिस महानिरीक्षक,अपराध एवं कानून व्यवस्था,उत्तराखण्ड, श्री पुष्पक ज्योति, पुलिस उपमहानिरीक्षक, गढवाल परिक्षेत्र, श्री अन्नतराम चौहान, पुलिस उपमहानिरीक्षक, अपराध एवं कानून व्यवस्था,उत्तराखण्ड, श्री केवल खुराना, ए0आई0जी0, श्रीमती निवेदिता कुकरेती, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून, श्रीमती रिधिम अग्रवाल, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एस0टी0एफ0 उत्तराखण्ड सहित सभी जेलों के अधीक्षक उपस्थित रहे।
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