देहरादून: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत देहरादून के महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स काॅलेज में आयोजित 66वीं आॅल इण्डिया पुलिस एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2017 के समापन समारोह में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान विजेता खिलाड़ियों एवं टीमों को पुरस्कृत भी किया।
सम्पूर्ण भारत से एकत्र हुए सभी खिलाड़ियों का उत्तराखण्ड में स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि यह उत्तराखण्ड का सौभाग्य है कि पूरे देश से पुलिस बल के नौजवान यहाँ एकत्रित हैं, यहाँ पर भारत का एक लघु स्वरूप दिखाई दे रहा है। एक भारत, श्रेष्ठ भारत के साक्षात् दर्शन उत्तराखण्ड में हो रहे हैं। यह उत्तराखण्ड का सौभाग्य है कि उत्तराखण्ड को इस आयोजन का अवसर प्राप्त हुआ है। इस चैंपियनशिप के दौरान खिलाड़ियों को अलग-अलग अनुभव प्राप्त हुए होंगे। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य अच्छे अनुभवों को याद रखना, बुरे अनुभवों को भूल जाना होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब की टीम ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है, वह बधाई की पात्र है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को आने वाली प्रतियोगिताओं के लिए बधाई एवं शुभकामनाएँ दी। आयोजन समिति को भी बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने कुशलतापूर्वक इस चैम्पियनशिप का आयोजन किया। मुख्यमंत्री ने अन्य राज्यों से आए प्रतिभागियों को उत्तराखण्ड फिर से आने को आमंत्रित किया।
इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक श्री अनिल रतूड़ी ने सभी प्रतिभागियों को बधाई व आने वाली प्रतियोगिताओं के लिए शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि पुलिस में खेलों को विशेष ड्यूटी का दर्जा प्राप्त है। खेलों से जुड़े होने के कारण अनुशासित रहकर टीम भावना के साथ अपने लक्ष्यों की प्राप्ति करना सीखा जाता है। उन्होंने आश्वासन दिया कि आने वाले समय में जब भी इस प्रकार की प्रतियोगिताओं के आयोजन का अवसर प्राप्त होगा, निश्चित रूप से और अधिक अच्छी व्यवस्था कर सकेंगे।
ज्ञातव्य हो कि 66वीं आॅल इण्डिया पुलिस एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2017 के अंतर्गत 32 टीमों के 1119 खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया था। प्रतियोगिता में पंजाब पुलिस की टीम ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया।
इस अवसर पर खेल मंत्री श्री अरविन्द पाण्डेय, प्रमुख सचिव गृह श्री आनन्द वर्धन, सचिव खेल, डाॅ. भूपिन्दर कौर औलख, सचिव आयोजन समिति एवं ए.डी.जी. पुलिस श्री अशोक कुमार एवं आॅल इण्डिया पुलिस फोर्स कन्ट्रोल बोर्ड से श्री अशोक वर्मा भी उपस्थित थीं।